सिनेमा जगत में एक नई क्रांति का आगाज होने जा रहा है, जब पहली बार पूरी तरह से
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा निर्मित फीचर फिल्म 'द विजार्ड ऑफ ओज' बड़े पर्दे पर रिलीज़ के लिए तैयार है। AI द्वारा निर्मित 'द विजार्ड ऑफ ओज' यह हॉलीवुड की मशहूर फिल्म 'द विजार्ड ऑफ ओज' है, जो 1939 में रिलीज हुई थी और रंगीन फिल्मों में से एक प्रमुख फिल्म मानी जाती है। अब गूगल और मैग्नोपस स्टूडियो ने AI की मदद से इसे एक नई रूप में प्रस्तुत किया है। इस फिल्म को जून-जुलाई में लास वेगास के ग्लोबल नुमा थिएटर 'स्फीयर' में दिखाया जाएगा। गूगल और कैलिफोर्निया स्थित मैग्नोपस स्टूडियो ने इस परियोजना पर मिलकर काम किया है। इस फिल्म को बनाने का निर्णय स्फीयर एंटरटेनमेंट कंपनी ने लिया था। जबकि गूगल तकनीकी पक्ष को संभालता है और फिल्म के कंटेंट को तैयार करने की जिम्मेदारी मैग्नोपस के पास है।
फिल्म के कई कलाकार हमारे बीच नहीं
फिल्म पुराने वर्शन से बिलकुल अलग इस नए तरीके से बनाई जा रही है। हालांकि कई कलाकार अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन फिल्म में उनका जीवंत रूप पर्दे पर देखना दर्शकों के लिए एक खास अनुभव होगा। इस बार फिल्म में एआई मॉडल का उपयोग किया गया है। जिससे वीएफएक्स (VFX) की बजाय
एआई इंजीनियर और सॉफ़्टवेयर डेवलपर्स के नाम फिल्म के क्रेडिट्स में दिखाई देंगे, जो सिनेमा की दुनिया में एक बड़ा बदलाव साबित होगा।
फिल्म को लास वेगास के स्फीयर थिएटर में दिखाया जाएगा
इस फिल्म के निर्माण की शुरुआत दो साल पहले हुई थी। इसे लास वेगास के स्फीयर
थिएटर में प्रदर्शित किया जाएगा, जो बाहर से ग्लोब के आकार जैसा दिखता है और अंदर चारों ओर स्क्रीन से घिरा हुआ है। इस थिएटर में फिल्म देखने का अनुभव बेहद खास होता है, क्योंकि यह 360 डिग्री विज़ुअल एक्सपीरियंस प्रदान करता है। जहां वीएफएक्स इफेक्ट्स पर काम करना महंगा होता है, वहीं एआई का उपयोग सस्ता साबित हुआ है। यह कदम आने वाले समय में सिनेमा के लिए फायदेमंद हो सकता है। इस नए ट्रेंड से यह साफ है कि सिनेमा की दिशा जल्द ही बदलने वाली है।