Phule Movie Controversy: एक्टर प्रतीक गांधी और अभिनेत्री पत्रलेखा की फिल्म रिलीज से पहले ही विवादों के घेरे में आ चुकी है। 'फुले' काफी लंबे समय से सुर्खियों में है। ट्रेलर रिलीज होने के बाद से ही इसको लेकर फैंस के बीच काफी क्रेज नजर आ रहा है। हालांकि, रिलीज से पहले ही इसे दो हफ्तों के लिए टाल दिया गया है। महादेवन के निर्देशन में बनी फिल्म की रिलीज को ब्राह्मण समुदाय की आपत्ति के बाद टाल दिया गया है। आइए जाने, आखिर क्या है फिल्म फुले की कंट्रोवर्सी? प्रतीक गांधी की फिल्म को आखिर क्यों रिलीज से पहले विवादों का सामना करना पड़ रहा है?
जातिवादी एंगल पर फंसे पेंच
प्रतीक गांधी की फिल्म फुले 11 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी। हालांकि, केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने फिल्म को रिलीज से पहले ही इसमें से कई जाति संबंधी संदर्भों को हटाने के आदेश दिए थे। सेंसर बोर्ड ने फिल्म में कई बदलाव करने कहा है। प्रतीक गांधी और पत्रलेखा, फुले दंपत्ति के किरदार में नजर आने वाले हैं। प्रतीक गांधी की यह फिल्म ऐतिहासिक समाज सुधारकों ज्योतिराव फुले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित है।
/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/13/DcAXN30PndrCeKj8vcCZ.png)
जातिवाद के चक्कर में फंसी फुले
आपकों बता दें कि फिल्म फुले जातिवाद के विवाद में फंसी है। फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद से ही इसको लेकर विवाद गहराया हुआ है। कुछ लोगों का ऐसा कहना है कि फिल्म जातिवाद को बढ़ावा देती है। ब्राह्मण समुदाय ने फिल्म पर आपत्ति जताई है। ब्राह्मण समुदाय का कहना है कि इस फिल्म में उनके योगदान को नजरअंदाज किया गया है। ब्राह्मण फेडरेशन के अध्यक्ष आनंद दवे ने मीडिया को बयान देते हुए कहा, "फिल्म फुले एकतरफा सोच पर आधारित है। यह जातीय भेदभाव फैलाने का काम कर रही है।" उनकी मांग है कि इस फिल्म में ‘ब्लैक ब्राह्मण’ समुदाय के योगदान को भी दिखाया जाना चाहिए।
ब्राह्मण समुदाय को है फिल्म से आपत्ति
ब्राह्मण फेडरेशन का ऐसा कहना है कि ‘ब्लैक ब्राह्मण’ समुदाय ने भी फुले दंपत्ति का साथ दिया था। पूरे विवाद के बीच पूर्व मंत्री छगन भुजबल ने निर्देशक अनंत महादेवन और प्रोड्यूसर्स से मिलकर मामले को संभालने के प्रयास किए। विवादों को बढ़ता देख सेंसर बोर्ड ने भी फिल्म में कई बदलाव करने के आदेश दिए हैं। फिल्म के एक वॉइसओवर को भी पूरी तरह से हटाने कहा गया है। जानकारी के मुताबिक, वॉइसओवर में जाति व्यवस्था का जिक्र मिलता है। वहीं, फिल्म से 'महार', 'मांग', 'पेशवाई', और 'मनुस्मृति जाति व्यवस्था' जैसे शब्दों को भी हटाने के आदेश मिले हैं।
फुले कब रिलीज होगी?
फिल्म फुले को लेकर मिले हालिया अपडेट्स के मुताबिक, अब फिल्म की नई रिलीज डेट 25 अप्रैल, 2025 रखी गई है। प्रतीक गांधी के फैंस और फुले दंपत्ति के समर्थकों के लिए यह दुख की खबर है। उन्हें फिल्म की रिलीज के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा।