/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/28/kunal-2025-10-28-12-01-00.jpg)
kunal Photograph: (ians)
मुंबई। फिल्म ‘हम तुम’ के निर्देशक कुणाल कोहली ने अपने शानदार निर्देशन से दर्शकों और समीक्षकों दोनों का दिल जीता है। इस फिल्म के लिए उन्हें ‘बेस्ट डायरेक्टर’ का खिताब मिला है। सैफ अली खान और रानी मुखर्जी की मुख्य भूमिकाओं वाली इस रोमांटिक फिल्म ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर सफलता पाई, बल्कि अपने ताज़ा अंदाज़ और भावनात्मक कहानी के कारण खास पहचान बनाई। निर्देशक कुणाल कोहली ने अपने करियर में यश चोपड़ा के साथ मजबूत पेशेवर रिश्ता बनाया। उन्होंने यश राज फिल्म्स के बैनर तले चार सफल फिल्मों का निर्देशन किया- मुझसे दोस्ती करोगे, हम तुम, फना और तुमसे मिलकर ना जाने क्यों। इन फिल्मों ने कुणाल कोहली को बॉलीवुड के प्रमुख निर्देशकों की सूची में शामिल किया। खास तौर पर हम तुम और फना ने न सिर्फ दर्शकों बल्कि समीक्षकों से भी खूब सराहना पाई। कुणाल का कहना है कि यश चोपड़ा उनके लिए गुरु समान थे और उनसे मिली सीख आज भी उनके निर्देशन में झलकती है।
टीवी इंडस्ट्री से करियर की शुरुआत
बॉलीवुड के 'रोमांस किंग', यश राज फिल्म्स के प्रोडक्शन में चार सुपरहिट्स, फिल्मफेयर अवॉर्ड जीतने वाली 'हम तुम' के डायरेक्टर, और अपने प्रोडक्शन हाउस से 'थोड़ा प्यार थोड़ा मैजिक' जैसी फैंटेसी लाने वाले क्रिएटिव जीनियस, कुणाल कोहली का जन्म 28 अक्टूबर 1970 को हुआ था। उनकी मां, यश कोहली, शशि कपूर की बड़ी फैन थीं, इसलिए उनका नाम शशि कपूर के बेटे कुणाल के नाम पर रखा गया। टीवी इंडस्ट्री से करियर की शुरुआत करने से पहले कुणाल कोहली ने 20 से अधिक म्यूजिक वीडियो डायरेक्ट किए थे। इनमें अलीशा चिनॉय और बल्ली सागू जैसे सिंगर्स के गाने भी शामिल हैं। इसके बाद उन्होंने सीरियल 'त्रिकोण' से बतौर डायरेक्टर टीवी इंडस्ट्री में पदार्पण किया। फिर 'मुझसे दोस्ती करोगे' से 2002 में यशराज फिल्म्स के साथ बॉलीवुड में डेब्यू किया, जिसमें ऋतिक रोशन, रानी मुखर्जी और करीना कपूर जैसे सितारे थे।
फिल्मफेयर बेस्ट डायरेक्टर अवॉर्ड
हालांकि, ये फिल्म भारत में फ्लॉप रही, लेकिन ओवरसीज में हिट हुई। 2004 में आई 'हम तुम' ने उन्हें राष्ट्रीय पहचान दी। करण (सैफ अली खान) और रिया (रानी मुखर्जी) की रोमांटिक कॉमेडी ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया, बल्कि कुणाल को फिल्मफेयर बेस्ट डायरेक्टर अवॉर्ड भी दिलाया। वह भी यश चोपड़ा की 'वीर-जारा' को हराकर। 2006 में आई उनकी फिल्म 'फना' में आमिर खान और काजोल की जोड़ी ने थ्रिलर रोमांस का नया आयाम दिखाया, जो भारत और विदेश दोनों में सुपरहिट रही।
कुणाल कोहली ने यश चोपड़ा के लिए चार फिल्में डायरेक्ट कीं, जिनमें 'तेरी मेरी कहानी' भी शामिल है। 2008 में उन्होंने अपनी प्रोडक्शन कंपनी कुणाल कोहली प्रोडक्शंस शुरू की, जिसकी पहली फिल्म 'थोड़ा प्यार थोड़ा मैजिक' थी। 'नेक्स्ट एंटी' से साउथ सिनेमा में भी कदम रखा। एक्टिंग, राइटिंग और प्रोडक्शन में हाथ आजमाने वाले कुणाल आज भी रोमांटिक स्टोरीज को नए अंदाज में पेश करने के लिए जाने जाते हैं।
बॉक्स ऑफिस पर सफलता
बॉलीवुड के इतिहास में ऐसी कई फिल्में हैं जिन्होंने अपने जमाने की सोच को चुनौती दी और बॉक्स ऑफिस पर सफलता के झंडे गाड़ दिए। कुणाल कोहली द्वारा निर्देशित फिल्म 'हम तुम' ऐसी ही एक फिल्म है। आज इसे भारतीय सिनेमा की सबसे प्रभावशाली रोमांटिक-कॉमेडी फिल्मों में से एक माना जाता है, यहां तक कि फिल्म समीक्षक शुभ्रा गुप्ता की किताब '50 फिल्म्स दैट चेंज्ड बॉलीवुड' में भी इसका जिक्र है। लेकिन इस फिल्म की सफलता की कहानी आसान नहीं थी। यह एक ऐसा किस्सा है जहां निर्देशक कुणाल कोहली को न सिर्फ अपनी कहानी पर दुनिया का भरोसा जीतना पड़ा, बल्कि उन्हें अपने गुरु और दिग्गज फिल्ममेकर यश चोपड़ा के भारी संदेह का भी सामना करना पड़ा।
2000 के दशक की शुरुआत में यश राज फिल्म्स (वाईआरएफ) की पहचान भव्य प्रेम कहानियों और बड़े बजट की मल्टी-स्टारर फिल्मों से होती थी। कुणाल कोहली जब 'हम तुम' की स्क्रिप्ट लेकर यश चोपड़ा के पास पहुंचे, तो उन्होंने जिस तरह की सरल और पश्चिमी शैली की रोमांटिक कॉमेडी का प्रस्ताव रखा, वह वाईआरएफ के पारंपरिक फॉर्मूले से बिल्कुल अलग थी। कोहली ने कई इंटरव्यू में बताया है कि यश जी ने उनकी पिछली फिल्म 'मुझसे दोस्ती करोगे' (जो बॉक्स ऑफिस पर खास नहीं चली थी) का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि 'हम तुम' तो उस फिल्म के सामने 'मुगल-ए-आजम' लगती है। यह मजाक यश चोपड़ा के गहरे संशय को दर्शाता था कि एक 'बस बातचीत' वाली फिल्म बिना किसी बड़े एक्शन या ड्रामे के कैसे चलेगी।
फिल्म का बजट
यश चोपड़ा के संदेह का सबसे बड़ा प्रमाण फिल्म का बजट था। उन्होंने कोहली को फिल्म बनाने के लिए सिर्फ 7.5 करोड़ रुपए का छोटा बजट दिया। यह उस समय वाईआरएफ की बड़ी फिल्मों जैसे 'धूम' या 'वीर-जारा' के मुकाबले बहुत ही कम था। यश चोपड़ा ने कुणाल कोहली के सामने यह शर्त भी रखी थी, "अगर फिल्म अच्छी नहीं बनी, तो मैं अपना नाम निर्माता के तौर पर इस पर नहीं दूंगा।"
एक बड़ी चुनौती
इस छोटे बजट में कुणाल कोहली को लीड पेयर (सैफ अली खान और रानी मुखर्जी) के साथ एम्स्टर्डम और दिल्ली जैसे स्थानों पर आउटडोर शूट करना था, जो एक बड़ी चुनौती थी। सैफ अली खान ने भी शुरू में असहजता जाहिर की थी क्योंकि उन्हें लगा था कि निर्देशक उन्हें कास्ट करने को लेकर खुद संशय में थे। कुणाल कोहली की मेहनत और सैफ-रानी की केमिस्ट्री ने इस संदेह को गलत साबित कर दिया।
जब फिल्म बनकर तैयार हुई और यश चोपड़ा ने फाइनल कट देखा, तो उनका नजरिया पूरी तरह बदल गया। यश जी तुरंत कुणाल कोहली के पास गए और उन्हें गले लगाकर कहा कि "आप सही थे, मैं गलत था। यह एक खूबसूरत फिल्म है, और मैं गर्व से इस पर अपना नाम दूंगा।"
(इनपुट-आईएएनएस)
/young-bharat-news/media/agency_attachments/2024/12/20/2024-12-20t064021612z-ybn-logo-young-bharat.jpeg)
Follow Us