नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी ने कुछ वक्त पहले किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर की पदवी को स्वीकार किया था और इसके साथ ही उन्होंने अपना नाम भी ममता कुलकर्णी से बदलकर ममता नंद गिरी रख लिया है। साथ ही, उन्होंने गले में रुद्राक्ष और भगवा वस्त्र पहने ममता ने इस नए अध्यात्मिक रास्ते की शुरुआत करते देखी गई थीं। वहीं अब एक चौकाने वाली खबर सामने आ रही हैं, जिसमें बताया जा रहा है कि ममता कुसकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया है। इस खबर से हर कोई काफी हैरान नजर आ रहा है।
क्यों लिया गया ये फैसला
बता दें, किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया है। साथ ही उन्होंने, महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी बाहर करने का दावा किया है। इस फैसले को ऋषि अजय दास ने दोपहर 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए बताया है। बता दें, ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने पर काफी लंबे वक्त से विवाद चल रहा था। साथ ही, कई लोग इसके विरोध में भी खड़े होते नजर आए थें।
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ऋषि अजय दास ने बताई बड़ी बात
ममता कुलकर्णी को हटाने की वजह बताते हुए ऋषि अजय दास ने कहा कि, लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने उनकी जानकारी के बिना ममता को अखाड़े में शामिल कर महामंडलेश्वर बना दिया था जो जायज नहीं है। बता दें, ममता कुलकर्णी का ये नया रूप देखकर हर कोई हैरान नजर आ रहा था। वहीं, उनका किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनना कई लोगों को रास नहीं आ रहा था। एक्ट्रेस ने महाकुंभ 2025 संगम तट पर अपना पिंडदान किया था। हालांकिसंत समाज की एक बड़ी संख्या इस फैसले से असहमत थी। अब देखना ये होगा कि इस पर ममता कुलकर्णी क्या कहती हैं।