/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/08/kavitabanerjee-2025-07-08-10-06-09.jpg)
KavitaBanerjee Photograph: (ians)
मुंबई, आईएएनएस। अभिनेत्री कविता बनर्जी, जो इस समयटीवी शो 'दिव्य प्रेम: प्यार और रहस्य की कहानी' में कर्ण मोहिनी के रूप में नजर आ रही हैं, उन्होंने बताया कि उन्हें विलेन के रूप में टाइपकास्ट होने का डर नहीं है।
विलेन का रोल अदा करना काफी चुनौतीपूर्ण
अभिनेत्री ने बताया कि उन्हें विलेन का रोल अदा करना काफी चुनौतीपूर्ण लगता है। उन्होंने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, अगर आपने भारतीय टीवी को देखा है, तो आप जानते होंगे कि एक्टर्स को कितनी जल्दी एक खास इमेज दे दी जाती है। अगर आप दो शो में लगातार विलेन का रोल निभा चुके हैं, तो लोग आपको 'विलेन एक्टर' कहने लगते हैं।
पॉजिटिव से निगेटिव रोल...एक 'विलेन एक्टर'
कविता ने कहा कि अगर आप पॉजिटिव से निगेटिव रोल में जाते हैं, तो यह टैग इतना नहीं लगता। लेकिन अगर आप अपने करियर की शुरुआत नेगेटिव किरदारों से करते हैं, तो लोग आपको एक 'विलेन एक्टर' कहने लगते हैं। अभिनेत्री ने शो में अपने किरदार पर बात करते हुए बताया कि उनका कर्ण मोहिनी सिर्फ एक सामान्य विलेन का रोल नहीं है, वह एक बड़ा, भव्य और शक्तिशाली किरदार है।
असल जिंदगी में खुशमिजाज और बिंदास इंसान
एक खास इमेज में बंधने के बारे में पूछे जाने पर कविता ने कहा, "मुझे टाइपकास्ट होने का डर नहीं है। सच कहूं तो, नॉर्मल पॉजिटिव रोल निभाने की तुलना में विलेन का रोल निभाना काफी चुनौतीपूर्ण होता है। वहीं, असल जिंदगी में, मैं एक खुशमिजाज और बिंदास इंसान हूं और मुझे ऐसे रहना पसंद है। "उन्होंने कहा कि उन्हें अलग-अलग तरह के किरदारों को करना पसंद है। उनके लिए एक्टिंग का मतलब ही उन चीजों को करना है जो वह असल जिंदगी में नहीं हैं। उन्होंने कहा, "यह मेरे लिए खुद को सही मायने में चुनौतियों से भरे एक्टिंग का मौका देने की तरह है।"
हर तरह के किरदार निभाने को मिलें
बनर्जी ने बताया कि उन्हें ज्यादातर नेगेटिव रोल ही मिले हैं, और उन्हें इससे कोई दिक्कत भी नहीं है। हालांकि, अगर कोई उन्हें पॉजीटिव रोल दे तो वह उसके लिए भी तैयार हैं। उन्होंने कहा, "मैं पॉजिटिव रोल को भी आजमाना पसंद करूंगी। मैं अलग-अलग तरह के रोल भी करना चाहती हूं, और मुझे यकीन है कि मुझे इसमें मजा आएगा। एक एक्टर होने का असली मजा यही है कि हर तरह के किरदार निभाने को मिलें।"