Advertisment

विश्व का सबसे बड़ा फेस्टिवल 'Bharat Rang Mahotsav' 28 से, राजपाल यादव होंगे रंगदूत

Art & Culture: रूस, इटली, जर्मनी, नॉर्वे, चेक गणराज्य, ताइवान और स्पेन सहित नौ देशों की नाटक मंडलियां भाग लेंगी और 200 से अधिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी। अभिनेता राजपाल यादव इस वर्ष महोत्सव के 'रंगदूत' हैं। 

author-image
Mukesh Pandit
bharat rang mahotsav

Photograph: (google)

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।

Advertisment

दुनिया का सबसे बड़ा थिएटर फ़ेस्टिवल  'भारत रंग महोत्सव' इस वर्ष 28 जनवरी से शुरू हो रहा है, इसमें रूस, इटली, जर्मनी, नॉर्वे, चेक गणराज्य, ताइवान और स्पेन सहित नौ देशों की नाटक मंडलियां भाग लेंगी और 200 से अधिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी। यह राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) का प्रमुख कार्यक्रम है और एनएसडी के पूर्व छात्र और अभिनेता राजपाल यादव इस साल के महोत्सव के 'रंगदूत' हैं। 

विशेष 'रंग संगीत'  प्रस्तुति के साथ होगी शुरुआत

नाट्य विद्यालय के निदेशक चित्तरंजन त्रिपाठी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि दुनिया का सबसे बड़ा रंगमंच महोत्सव माने जाने वाले 'भारंगम' की शुरुआत 28 जनवरी को यहां कमानी सभागार में 'एनएसडी रिपर्टरी कंपनी' की ओर से विशेष 'रंग संगीत'  प्रस्तुति के साथ होगी। इस वर्ष महोत्सव के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं और इसके तहत महोत्सव में पहली बार विदेशी धरती-कोलंबो और काठमांडू- पर नाटकों का मंचन किया जाएगा। 

Advertisment

यह भी पढ़ें: Mahakumbh 2025: नागा साधुओं के त्याग और तपस्या का अद्भुत संगम

गोरखपुर समेत  11 शहरों में होगा रंगमंच महोत्सव

रंगमंच उत्सव देशभर के 11 शहरों में भी मनाया जाएगा, जिनमें अगरतला, अहमदाबाद, बेंगलुरु, बठिंडा, भोपाल, गोवा, गोरखपुर, जयपुर, खैरागढ़ और रांची शामिल हैं। एनएसडी परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में चित्तरंजन त्रिपाठी ने कहा कि नाट्य विद्यालय नाटकों के विभिन्न रूपों को एक साथ लाने का प्रयास करता है। निदेशक ने कहा कि इस महोत्सव में यौन कर्मियों और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के साथ दो अलग-अलग 'प्रोडक्शन-ओरिएंटेड' कार्यशाला आयोजित की जाएंगी। इन कार्यशालाओं के नाटक भी महोत्सव के दौरान दिखाए जाएंगे

Advertisment

यह भी पढ़ें: Mahakumbh 2025 की तैयारियों से गदगद सुधा मूर्ति बोलीं, भगवान सीएम योगी को लंबी उम्र दे

 

दिल्ली में होंगे 30 से अधिक नुक्कड नाटक

Advertisment

त्रिपाठी ने कहा, 'अकेले दिल्ली में 30 से अधिक नुक्कड़ नाटक होंगे। इसके अलावा, जो भी व्यक्ति रंगमंच के प्रति उत्साही है, वह स्क्रीनिंग से पहले प्रस्तुति दे सकता है। इस तरह 200 से अधिक नाटक होंगे।' साठ रंगमंच दिग्गजों की जूरी द्वारा चुने गए नाटकों के अलावा हबीब तनवीर, धर्मवीर भारती और मोहन राकेश जैसे दिग्गजों को उनकी प्रसिद्ध कृतियों का मंचन कर श्रद्धांजलि दी जाएगी। इनमें 'आगरा बाजार, "कनुप्रिया" और "आधे अधूरे" शामिल हैं। पिछले वर्ष, भारत रंग महोत्सव ने समापन दिवस पर 1,585 नाटकों का प्रदर्शन कर "एक ही विषय पर सर्वाधिक संख्या में कलात्मक प्रस्तुतियों" के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन में स्थान प्राप्त किया था। इस सफलता को आगे बढ़ाने के लिए 'भारंगम' का लक्ष्य गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान पाना होगा। महोत्सव का समापन 16 फरवरी को होगा।

 महोत्सव से जुड़ी कुछ खास बातें:

👉 यह दुनिया का सबसे बड़ा थिएटर फ़ेस्टिवल है। 
👉 इस महोत्सव में नाटकों के साथ-साथ कई और गतिविधियां भी होती हैं. 
👉 इसमें पुस्तकों का विमोचन, संगोष्ठियां, मास्टर क्लासेज़, और निर्देशकों की बैठकें होती हैं. 
👉 इस महोत्सव का मकसद देश भर की रंगमंच परंपराओं को बढ़ावा देना और अंतरराष्ट्रीय संबंध मज़बूत करना है। 
👉 इस महोत्सव में देश भर के कई शहरों से कलाकार हिस्सा लेते हैं।

यह भी पढ़ें: Mahakumbh 2025: कुंभ नगरी में यूपी का पहला डबल डेकर बस रेस्टोरेंट, 25 लोग एक साथ बैठकर कर सकेंगे सात्विक भोजन

 

Advertisment
Advertisment