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ट्रांस हिंडन, बाईबीएन संवाददाता। वसुंधरा स्थित अरिजोना इन्फोकाम प्रालि. कंपनी के निदेशक को भारी मुनाफे का लालच देकर वेंडर और उसके परिवार ने दो करोड़ की रकम ठग ली। मुनाफा और मूल रूपये नहीं वापस दिए गए और तकादा करने पर जान से मारने की धमकी दी गई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
दीपक सिंह, निदेशक, अरिजोना इन्फोकाम प्रालि. कंपनी 12/187, वंसुधरा गाजियाबाद ने डीसीपी ट्रांस हिंडन को दी तहरीर में कहा कि लक्ष्मण सिंह उसका भाई प्रेमपाल सिंह, प्रेमपाल की पत्नी जीनस व जीनस के पिता अशोक कुमार मेरी कंपनी में पहले वेंडर थे। ठगी के इरादे से अक्तूबर 2022 में मुझे लक्ष्मण सिंह उसका भाई प्रेमपाल सिंह, प्रेमपाल कि पत्नी जीनस व जीनस के पिता अशोक कुमार व अन्य ने अपने पास मिलने के लिए Cardbuzz India Pvt Ltd के ऑफिस 2nd फ्लौर, देवस्थली कॉरपोरेट टावर, सेक्टर 62, नोएडा पर अपने कार्यालय में मिलने के लिए बुलाया। जालसाजी करने के योजनाबद्ध तरीके से इन सभी एक अच्छी ब्याज और फिक्स प्रोफिट देने के फर्जी भरोसा दिलाते हुए उधार पैसा देने के लिए प्रेरित किया। इन चारों ने मुझे झांसे में फंसाते हुए बड़ा ऑफिस, बड़ा व्यापार दिखाकर ठगी करने के उद्देश्य से गिफ्ट वाउचर के नाम पर पैसा ऐठने के लिए Cardbuzz India Pvt Ltd ने 09 नवम्बर 2022 को एक फर्जी समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। जिसमें यह स्पष्ट रूप से लिखा गया कि हमारे द्वारा दिया गया पैसा इन्वेस्टमेंट कम लोन का पैसा है जिसे मय ब्याज व कमीशन के साथ लौटाया जायेगा। इनके बुरी तरह झांसे में आकर मैंने अपना सारा पैसा, घर गिरवी रखकर बनवाई हुयी बैंक लिमिट का पैसा और शेयर मार्किट का भी पैसा निकल कर इनको दे दिया।
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सिक्योरिटी के नाम मथुरा में मार्केट देने का वायदा
मेरे सिक्योरिटी मांगने पर ठगी करने के उद्देश्य से अपने पिता बाबू सिंह से मिलवाया और बाबू सिंह के द्वारा मुझे आश्वासन दिया गया कि उनके पास नौझील मथुरा मार्केट है और इनके गाँव बाघरी जनपद मथुरा में काफी ज्यादा जमीन जायदाद है और कहा कि उनके बेटों और रिश्तेदारी के लोगों के साथ वो पैसा चुका देंगे और मुझे झांसे में लेते हुए अपनी बीमारी के नाम पर रुपया 25 लाख नगद और ठग लिए जिसके लिए उनके बेटे लक्षमण सिंह ने एक प्लेन पेपर पर हस्ताक्षर करके रसीद दी। धीरे धीरे इनके मायाजाल में फंस कर हमने अपनी कंपनी से इनकी कंपनी को नवम्बर 2023 बैंक अकाउंट से कुल 1.25 करोड़ रुपया दे दिया था। योजनाबद्ध तरीके से सभी अपराधियों ने मुझे मोहाली पंजाब स्थित इनके ऑफिस बुलाया जहां एक बड़ा ऑफिस, बड़ा सा फ्लैट, एक क्लब दिखाया और कहा कि उनको अभी और थोड़ा पैसा चाहिए तथा मुझे अभी और ज्यादा पैसा लगाना है ताकि और ज्यादा लाभ मिलेगा, वहा इतना सब तामझाम देख कर हमको लगा कि मेरा पैसा मुझे वापस मिल जायेगा और कुछ लाभ भी कमाया जा सकेगा। मुझे संतुष्ट करने के लिए लक्ष्मण सिंह ने अपने साले की उपस्तिथि में 26 दिसंबर 2023 की एक फर्जी एग्रीमेट हस्ताक्षर करके दिया, जिसके साथ एक 2.5 करोड़ का चैक दिया, उसके बाद इनकी ठगी का शिकार होते हुए और जालसाजी में फंसते हुए मैंने अपने कैनरा बैंक से ओवर ड्राफ्ट अकाउंट से निकाल कर 50 लाख रुपया इनके Cardbuzz India Pvt. Ltd के अकाउंट में ट्रान्सफर कर दिए और तब तक हमारे अकाउंट से कुल 1.75 करोड़ रुपया इनके अकाउंट में जा चुका था, जिसकी मय ब्याज आज तक कि वैल्यू लगभग 2.5 करोड़ रुपया बनती है। अक्टूबर 2024 को मैं इनके नोएडा ऑफिस गया, इनके मोहाली पंजाब वाले ऑफिस गया तो पता चला कि ये सभी हर जगह से काफी लोगों से ठगी करके भाग चुके थे, वहां मुझ जैसे और भी लोग मिले जो इनके द्वारा ठगी के शिकार हुए थे।
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इन लोगों से भी ठगी का आरोप, सभी तलाश रहे
ये एक संगठित गिरोह है जिसने काफी लोगों के साथ योजनाबद्ध तरीके से फर्जी दस्तावेज के आधार पर ठगी की है, जिनमें से कुछ लोगों की मैं जानता हूं। जैसे आकाश वर्मा, मजल तनेजा, नरेन्द्र गर्ग, विनय चावला, सकल्देव यादव, राकेश कुमार, गौरव गुप्ता, योगेश आदि और भी काफी लोग हैं, जिनसे संपर्क करके इस ठग गिरोह के बारे में ठीक से जाना जा सकता है। इनके CA दक्शेस पूरी से पता कियावतो बताया कि सभी लोग इन्हें तलाश रहे हैं। जानकारी मिली है कि इनके खिलाफ गाजियाबाद सिहानी गेट थाना में जिलाधिकारी महोदय के आदेश पर पहले भी धोखाधडी का मुकदमा हो चुका है।