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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
गाजियाबाद में योगी का अनोखा अंदाज: RSS बैठक में शिरकत, वक्फ बोर्ड बिल से पहले बिछाई जा रही सियासी बिसात?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज गाजियाबाद पहुंचे हुए हैं जहां वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की एक अहम बैठक में हिस्सा लेने वाले हैं। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब वक्फ बोर्ड बिल को लेकर देशभर में चर्चाओं का बाजार गर्म है। सूत्रों की मानें तो यह महज संयोग नहीं, बल्कि एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
RSS के साथ यह समन्वय बैठक न सिर्फ संगठन और सरकार के बीच तालमेल को मजबूत करने का संकेत दे रही है, बल्कि 2027 में आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भी नई जमीन तैयार करती नजर आ रही है। मुख्यमंत्री योगी का यह दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि वक्फ बोर्ड बिल पर संसद में बहस से पहले बीजेपी और RSS के बीच विचार-मंथन को अहम माना जा रहा है।
क्या है मायने इस बैठक के
क्या यह बैठक वक्फ बिल को लेकर कोई बड़ा संदेश देने की तैयारी है? या फिर उत्तर प्रदेश में सियासी समीकरणों को साधने की कवायद? सूत्रों के मुताबिक, बैठक में योगी आदित्यनाथ न सिर्फ संगठन के नेताओं से फीडबैक लेंगे, बल्कि सरकार की उपलब्धियों को भी उनके सामने रख सकते हैं। वक्फ बोर्ड बिल, जिस पर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है।
उस पर भी इस बैठक में रणनीति बनने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। जानकारों का कहना है कि यह बैठक बीजेपी के लिए एक तीर से दो निशाने साधने जैसी हो सकती है, एक तरफ संगठन को मजबूती, दूसरी तरफ विवादित मुद्दों पर जनता के बीच संदेश।
सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि इस बैठक से निकलने वाला संदेश क्या होगा और इसका असर यूपी की सियासत पर कैसे पड़ेगा। क्या योगी का यह दांव वक्फ बिल के बहाने विपक्ष को चौंकाने वाला है? जवाब आने वाले दिनों में साफ होगा, तब तक गाजियाबाद की यह बैठक चर्चा का केंद्र बनी रहेगी।