गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
पूरे विश्व के टीवी में भारत में 26% मरीज है।
पूरे विश्व में हर तीन सेकंड में एक मरीज टीबी का शिकार होता है।
डोर टू डोर कैंपेन स्वास्थ्य विभाग दोबारा चालू करेगा।
100 दिवसीय कार्यक्रम बहुत सफल रहा आगे भी से दोबारा लागू करेंगे।
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गाजियाबाद के आईएमए यूपी स्टेट के सचिव डा. आशीष अग्रवाल ने कहा कि शरीर में केवल फेफड़ों में ही नहीं, बल्कि सिर से लेकर पैर तक किसी भी हिस्से में टीबी की बीमारी हो सकती है। इसका मरीज को जांच के बाद पता चलता है।
लापरवाही है घातक
टीबी के इलाज में लापरवाही की वजह से विश्व में तीसरे मरीज की मौत हो रही है। आईएमए भवन में सोमवार को आयोजित प्रेसवार्ता में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पिछले दिनों 100 दिन का रोगी खोज अभियान चलाया गया था।
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आंकड़े है चौंकाने वाले
7,97,869 संदिग्धों की स्क्रीनिंग की गई। उनमें से 6242 मरीजों को चिन्हित किया गया। फिलहाल जिले में करीब 15 हजार मरीजों का उपचार चल रहा है।
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100 दिन के कार्यक्रम के बाद अब संवेदनशील क्षेत्रों में मॉनिटरिंग का कार्य शुरू किया जाएगा। प्रेसवार्ता में यूपी स्टेट के अध्यक्ष निर्वाचित डा. राजीव गोयल, कोषाध्यक्ष डा. वाणी पुरी, कोर्डिनेटर डा. विश्वबंधु जिंदल, सह सचिव डा. नवनीत वर्मा, गाजियाबाद उपाध्यक्ष डा. प्रहलाद चावला, सचिव डा, सार्थक केसरवानी आदि मौजूद रहे।