गाजियाबाद, चीफ रिपोर्टर।
नगर निगम आए दिन दावें करता है कि बरसात से पहले नाले-नालियों की सफाई का काम निबटा लिया जाएगा। मगर, अचानक होने वाली मामूली सी बारिश भी शहर की सड़कों को तालाब की शक्ल दे डालती है। हालाकि रविवार की शाम भी ऐसा ही हुआ है। उधर, इस तरह की वीडियो-तस्वीरों और शिकायतों का संज्ञान लेते हुए नगर आयुक्त ने सभी सफाई का जिम्मा संभालने वाले निजी ठेकेदारों को बुलाकर जमकर लताड़ पिलाई। उन्हें चेतावनी के साथ हालातों को जल्द से जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
निजी कंपनियों को फटकार
गाजियाबाद नगर निगम ने नॉर्थ इंडिया कंपनी को शहर की साफ-सफाई खासकर नालों की सफाई और सड़कों को धूलमुक्त करने का ठेका दिया हुआ है। रविवार को नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने तथा सड़कों को धूल मुक्त बनाने के क्रम में स्वास्थ्य विभाग टीम से बैठक की। बैठक में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मिथिलेश सहित सभी जोन के सफाई निरीक्षक तथा सफाई का कार्य देख रही कंपनियों के प्रतिनिधि मंडलों को भी कड़े निर्देश दिए गए। बड़े नाले हो या नालियां सभी से निकलने वाली सिल्ट समय से उठाई जाए, आंतरिक गलियां हो या फिर मुख्य मार्ग कहीं भी कूड़ा ना दिखाई दे मॉनिटरिंग बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग टीम को निर्देश दिए गए। बैठक में नॉर्थ इंडिया कंपनी के डायरेक्टर शशिकांत त्यागी तथा जे.एस.एनवायरो के डायरेक्टर जीवन भी बैठक में टीम के साथ में बुलाए गए थे। नगर आयुक्त ने कड़े शब्दों में उन्हें कहा कि अपने कर्मचारियों की अटेंडेंस ऑनलाइन करने तथा प्रतिदिन चल रहे कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत करें। आधुनिक उपकरणों का उपयोग करते हुए तथा मैन्युअल सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का कार्य तेजी से किया जाए। 10 दिन के भीतर पांचो जोन में विशेष अभियान चलाते हुए आंतरिक तथा मुख्य मार्गों को धूल मुक्त करने का कार्य करने के निर्देश दिये l
यंग भारत की खबर का असर
गौरतलब है कि चंद रोज पहले ही यंग भारत न्यूज ने कबाड़ बन रहे हैं करोड़ों के उपकरण नामक शीर्षक से खबर का प्रमुखता के साथ प्रकाशन किया था। उस खबर का असर ही रहाकि नगर आयुक्त ने निजी कंपनियों औऱ स्वास्थ्य अधिकारी को अगले 10 दिन में आधुनिक उपकरणों से पांचों जोन में अभियान चलाकर सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने को कहा है।