गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
थानाक्षेत्र के लोकप्रिय विहार स्थित नूरानी मस्जिद के पास 16 मार्च की देर रात करीब 10 बजे आमने-सामने रहने वाले इमरान और नूर मोहम्मद के बीच झगड़ा हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में जमकर पथराव और लाठी-डंडे चले।
काम से लौटने वाले लोगों को जान बचाने के लिए गाड़ी और बिजली के खंभे की आड़ का सहारा लेना पड़ा।
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इस दौरान गली में खड़ी एक कार क्षतिग्रस्त हुई। वहीं दोनों पक्ष के तीन लोग घायल हो गए। इमरान पक्ष की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके से विवाद करने वाले सात लोगों को गिरफ्तार किया।
वहीं, दरोगा सूर्य प्रताप की तहरीर पर 13 लोगों को नामजद करते हुए करीब 18 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 191 (2) समेत आठ धाराओं को शामिल किया गया है।
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एसीपी इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार को गली नंबर पांच निवासी इमरान, समीर और साहिल से उन्हीं की गली में रहने वाले वसीम, नदीम, राशिद, फैसल ने मारपीट की थी।
गंभीर रूप से चोटिल होने के बाद इमरान ने थाने में शिकायत दी तब पुलिस ने उन्हें मेडिकल परीक्षण के लिए एमएमजी अस्पताल भेज दिया।
बताया कि चोटिलों का उपचार चल ही रहा था कि उसी दौरान इमरान के अन्य परिजन दूसरे पक्ष के घर पहुंचे और कहासुनी व झगड़ा करने लगे।
देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि दूसरे पक्ष ने पत्थर की टाइल्स और लाठी-डंडों से हमला कर मारपीट शुरू कर दी।
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दोनों पक्षों में जमकर पथराव हुआ। हालात इतने बिगड़ गए कि अपनी दिहाड़ी करके लौट रहे श्रमिकों व स्थानीय लोगों को खुद को बचाना भारी पड़ गया।
वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने उपद्रव कर रहे दूसरे पक्ष के राशिद, नूर मोहम्मद, नदीम और निजाम को गिरफ्तार किया। साथ ही अतिरिक्त पुलिस बल बुलाकर हालात पर काबू पाया।
वहीं पथराव में घायल हुए सलीमुद्दीन को उपचार के लिए अस्पताल भेजा। साथ ही विवाद में क्षतिग्रस्त हुई कार को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।
सहरी से शुरू हुआ विवाद
पुलिस के अनुसार जिस गली में विवाद हुआ वह करीब 11.5 फुट की है। गली में चार पहिया वाहन लगने से पैदल आवाजाही में परेशानी होती है। रविवार को सहरी के दौरान दूसरे पक्ष की गाड़ी लगे होने से आवाजाही में परेशानी हो रही थी जिस पर सुबह दोनों पक्षों में कहासुनी हुई थी।
इमरान पक्ष के लोग इफ्तारी के बाद दूसरे पक्ष के पास कहासुनी को लेकर बातचीत करने पहुंचे थे। हालांकि बात इतनी बढ़ गई कि मारपीट और उपद्रव तक पहुंच गई।
दंगा समेत आठ धाराएं,18 आरोपी
एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया मामले में पुलिस खुद वादी बनी है। इसमें लोक प्रिय विहार निवासी आस मोहम्मद, इरफान, परवेज, परवेज का छोटा भाई, राशिद, नूर मोहम्मद, नदीम, सलीमुद्दीन, वसीम, फैसल, मोहम्मद कैफ, निजाम और आरिफ को नामजद किया गया है।
वहीं करीब चार-पांच लोग अज्ञात हैं। इनमें से इमरान, समीर, राशिद, नूर मोहम्मद, नदीम, निजाम और आरिफ को गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।
इन सभी पर बीएनएस के तहत दंगे की धारा 191 (2), दूसरों की जान को खतरे में डालने की धारा 125, समूह में एकत्र होकर गैरकानूनी अपराध करने की धारा 190, जानबूझकर संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धारा 324 समेत आठ धाराएं लगाई गई हैं।