गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
गाजियाबाद में देवी का एक ऐसा मंदिर भी जहां पूरे साल सुबह शाम लगता है भक्तों का मेला।
मंदिर का इतिहास
गाजियाबाद के पटेल नगर रोड स्थित केसरी माता मंदिर इसका इतिहास बताया जाता है 1857 की क्रांति से पूर्व का है, किसी जमाने में क्रांतिकारी मां शीतला की पूजा करने के लिए इसी मंदिर में आया करते थे।
यह भी पढ़ें -
आज़ादी के बाद हुआ निर्माण
देश की आजादी के समय 1947 में स्वामी ग्रीष्मगिरी जी महाराज ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था।
मौजूदा महंत अंकित गिरी ने बताया श्री शीतला माता मंदिर में रोज सुबह तड़के से ही भक्तों का जमवाड़ा लग जाता है, लगभग अनुमानित सुबह व शाम को 350 से अधिक श्रद्धालु मंदिर में आते हैं।
मान्यता
मान्यता है कि शीतला माता मंदिर में आए हुए पीलिया के मरीजों को महज तीन दिन माथा टेकने पर स्वास्थ्य में लाभ मिल जाता है।
/young-bharat-news/media/media_files/2025/03/31/jFkYcVzwMifIbfMFrEZh.jpg)
अन्य राज्यों से आते हैं मरीज़
बता दे महानिर्वाणी अखाड़े के अंतर्गत आने वाले शीतला माता मंदिर की मान्यता सिर्फ शहर गाजियाबाद ही नहीं इसके अलावा फरीदाबाद दिल्ली, नोएडा, बुलंदशहर, दादरी, सिकंदराबाद, बागपत, मेरठ, हरिद्वार जैसे जिलों में भी आते है, नियमित रूप से बाहरी राज्यों से भी मरीज अपनी बीमारी का इलाज करवाने और माता का आशीर्वाद लेने के लिए सैकड़ो की संख्या में आते हैं।
यह भी पढ़ें -
पुराणों की मान्यता
पुराणों के अनुसार माता शीतला को बच्चों की देवी कहा जाता है होली के बाद पढ़ने वाले मुख्य देवी के पर्व बासोडा की पूजा शीतला माता मंदिर में ही होती है, जिसमें लाखों की संख्या में महिलाओं अपने बच्चों के साथ पूजा करने आती है।
निःशुल्क दी जाती है दवाई
पेट की मुख्य बीमारियां जैसे नाप व नली का इलाज भी इसी मंदिर में महज़ कुछ सेकंड में हो जाता है।
अंकित गिरी ने बताया कि नियमित रूप से आने वाले यहां सभी भक्त जो किसी न किसी बीमारियों के इलाज से वंचित हो रहे हैं उन्हें होम्योपैथिक की दवाइयां निशुल्क दी जाती हैं।
/young-bharat-news/media/media_files/2025/03/31/fAwrT0Jbr5Ix3TDfzBIi.jpg)
सभी धर्म के लोग आते हैं
महंत अंकित गिरी ने बताया कि माता शीतला के इस मंदिर में सभी धर्म के लोग अपनी समस्या लेकर माता के सामने आते है जिसका निवारण उन्हें दो से तीन दिनों में मिल जाता है बात करने पर उन्होंने बताया कि मंदिर में हिंदू धर्म के अलावा मुस्लिम धर्म के अनुयाई भी अधिक संख्या में अपने बच्चों को लेकर आते हैं।
यह भी पढ़ें -
/young-bharat-news/media/media_files/2025/03/31/6jH5AdinfXW5IpB6VZHA.jpg)
गाजियाबाद शहर में शीतला माता को केसरी माता के नाम से जाना जाता है जो बच्चों के रोग दूर करने वाली माता के नाम से प्रसिद्ध है।