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डग्गामार वाहन
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
यूपी रोडवेज को डग्गामार वाहनों से हर रोज करीब 25 लाख रुपये की चपत लग रही है। इसका खुलासा यूपी रोडवेज ने एक सर्वे रिपोर्ट में किया है। ऐसे में यूपी रोडवेज की कोशिश है कि होली पर स्पेशल बस संचालन के शुरू होने से पहले ही डग्गामार वाहनों पर प्रशासन नकेल कसने का कार्य करे।
रोज़ 25 लाख का नुकसान
हाल ही में यूपी रोडवेज के आरएम केसरी नंदन चौधरी की अध्यक्षता में डिपो के सभी एआरएम ने डग्गामार वाहनों की सर्वे रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट के मुताबिक हर रोज यूपी रोडवेज के रूटों पर करीब 1500 छोटे-बड़े वाहन अवैध रुप से चल रहे हैं। इससे यूपी रोडवेज को हर रोज करीब 25 लाख रुपये की चपत लग रही है।आरएम अशोक कुमार सिंह के मुताबिक उन्होंने इस संबंध में कार्रवाई के लिए रिपोर्ट प्रशासन को भेजी है।
अवैध संचालन का रूट
इसके अलावा यूपी रोडवेज के एमडी को भी एक लेटर लिखा है। पत्र में बताया गया कि सिटी में डग्गामार वाहनों का संचालन उनके रूटों पर सिटी के किस-किस पॉइंट से होता है। इनमें कौशांबी, यूपी गेट, मोहननगर, अप्सरा बॉर्डर, तुलसी निकेतन, लोनी गोल चक्कर, नया बस अड्डा, सिहानी चुंगी, पुराना बस अड्डा, हापुड़ चुँगी, लाल कुआं, चौधरी मोड़ आदि शामिल हैं।
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1000 से अधिक डग्गामार वाहन
यूपी रोडवेज के एआरएम आर.के.सिंह का कहना है कि साधारण तौर पर डग्गामार वाहनों का संचालन बढ़ता ही जा रहा है। एक साल पहले तक इन रूटों पर करीब 1000 डग्गामार वाहन दौड़ते थे। मगर अब डग्गामार वाहनों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इसके साथ ही रोडवेज में घाटा भी बढ़ता जा रहा है। अब तक यह घाटा एक अनुमान के हिसाब से 25 लाख रुपये हर रोज पहुँच चुका है। ऐसे में अब यूपी रोडवेज की कोशिश है कि किसी भी सूरत में डग्गामार वाहनों पर लगाम कसनी चाहिए।
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डीएम कमिश्नर को पत्र
यूपी रोडवेज ने शासन को अवैध डग्गामार वाहनों के खिलाफ कार्रवाई कराने की कोशिश में लगा है। इसके चलते ही अब यूपी रोडवेज के आरएम श्री चौधरी ने डीएम, कॉमिशनर, को भी डग्गामार वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। आरएम की कोशिश है कि यह अभियान होली के स्पेशल संचालन से पहले चले।
यातायात पुलिस पर आरोप
महाराजपुर पर अवैध डग्गामार बसों के संचालन के संबंध में चर्चा है कि स्थानीय यातायात पुलिसकर्मी इस पूरे गोरख धंधे में कहीं ना कहीं शामिल है क्योंकि पुलिस की मिलीभगत के बिना इतना बड़ा गोरख धंधा नहीं चल सकता जहां प्रतिदिन 25 लख रुपए का रोडवेज को राजस्व नुकसान हो रहा है।
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