गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। नगर निगम की ओर से नए भवनों पर डीएम सर्किल रेट के हिसाब से हाउस टैक्स लेने के खिलाफ भाजपा के कई पूर्व पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है। पूर्व पार्षदों के इस विरोध को राजनगर आरडब्ल्यूए सहित कई कई संगठनों का समर्थन मिला है।
आज प्रेसवार्ता में पूर्व पार्षद व भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र त्यागी ने कहा कि संपत्ति करों की वास्तविक स्थिति क्या हैं, इस पर ध्यान देना जारी है। 1 अप्रैल 2024 से डीएम सर्किल रेट से हाउस टैक्स लेने की बात कही गई थी। विरोध होने पर इसे लागू नहीं करने की बात कही गई लेकिन नई संपत्तियों पर डीएम सर्किल रेट से हाउस टैक्स लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 17 नगर निगम है लेकिन किसी भी नगर निगम में डीएम सर्किल रेट से हाउस टैक्स नहीं लिया जा रहा है। फिर गाजियाबाद में ही क्यों लिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा टैक्स गाजियाबाद में लिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के कैबिनेट मंत्री की मौजूदगी में बढ़े हुए टैक्स का प्रस्ताव नगर निगम की बैठक में निरस्त किया गया था तो फिर नई संपत्तियों पर डीएम सर्किल रेट से क्यों हाउस टैक्स लिया जा रहा है? कहा गया था कि सरकार ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है लेकिन यह सरासर गलत है। सरकार ने बढ़े हुए टैक्स के प्रस्ताव को कभी मंजूरी नहीं दी है। सरकार ने कहा कि सबसे कम दर को लागू किया जाना चाहिए।
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पूर्व पार्षद राजेंद्र त्यागी ने कहा कि नियम के अनुसार, नगर निगम को दस साल पुराने मकान पर बीस प्रतिशत, दस से बीस साल पुराने मकान पर तीस प्रतिशत और बीस साल से पुराने मकान पर चालीस प्रतिशत छूट मिलनी चाहिए। लेकिन क्या नगर निगम छूट दे रहा है। उन्होंने कहा कि इस मुददे पर जनप्रतिनिधियों से बातचीत की जाएगी। यह मुददा इसी तरह नहीं छोड़ा जाएगा। जरूरत पड़ी तो हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की जाएगी। उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त मनमानी कर रहे हैं। उनकी यह मनमानी चलने नहीं दी जाएगी। अगर नगर निगम की आमदनी बढ़ रही है तो फिर वार्डों में विकास कार्य क्यों नहीं हो रहे हैं। प्रेसवार्ता में पूर्व पार्षद राजेन्द्र त्यागी, अनिल स्वामी के अलावा हिमांशु लव, हिमांशु मित्तल, राजनगर आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष डी.के. गोयल आदि मौजूद थे।