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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। संजय नगर की श्री आदर्श धार्मिक रामलीला कमेटी के वर्षों से चले आ रहें विवाद का निस्तारण अब डिप्टी रजिस्ट्रार ऋषभ अग्रवाल के आदेश जारी करने के बाद होता दिख रहा है।
बृहस्पतिवार को डिप्टी रजिस्ट्रार ने एक आदेश जारी करते हुए कहा कि विरेंद्र बाबू वर्मा कमेटी के अंतिम निर्विवादित अध्यक्ष है। क्योंकि 2014 के विरेंद्र बाबू वर्मा की चुनावी कारवाई को दोनों पक्षों ने पत्रावली में दर्ज कराया है। तथा इसके बाद कमेटी का कोई भी चुनाव ना तो मूल अभिलेख में पाया गया है और ना ही पत्रावली में दर्ज हैं। इसके आधार पर डिप्टी रजिस्ट्रार ऋषभ अग्रवाल ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्वाचन अधिकारी नियुक्त करते हुए प्रशासनिक देखरेख में जल्दी ही चुनाव कराने के आदेश जारी कर दिये है। यह आदेश कमेटी में लंबे समय से चल रहे नेतृत्व विवाद को खत्म करने की दिशा में निर्णायक माना जा रहा है।
मुख्य बिंदु:
• विवादित रामलीला कमेटी का समाधान डिप्टी रजिस्ट्रार के आदेश से निकला।
• विरेंद्र बाबू वर्मा को अंतिम निर्विवादित अध्यक्ष घोषित किया गया।
• जिला कार्यक्रम अधिकारी बनाए गए निर्वाचन अधिकारी।
• प्रशासनिक निगरानी में जल्द होंगे चुनाव।
• पप्पू नागर की हालिया नियुक्ति अवैध घोषित।
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पप्पू नागर की अध्यक्षता हुई निरस्त
इस आदेश के बाद पिछले रविवार को क्षेत्रीय पार्षद पप्पू नागर को अध्यक्ष घोषित करना भी स्वत: ही निरस्त समझा जा रहा है। कमेटी के चुनाव का आदेश जारी होने पर विरेंद्र बाबू वर्मा पक्ष ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि 2014 की आमसभा सूची में कुल सतरह सदस्य वोटर है जिनमें चौदह वोटर वर्मा पक्ष के समर्थन में है। तथा जल्दी ही वह सभी सदस्यों की आमसभा करके चुनाव के लिए अपना प्रत्याशी घोषित करेंगे।