गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। नगर निगम में हाल ही में कार्यकारिणी बैठक हुई लेकिन उसमें उपाध्यक्ष को लेकर कोई चर्चा नहीं। नगर निगम कार्यकारिणी के दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने जा रहा है लेकिन उपाध्यक्ष का नाम दूसरे वर्ष में नहीं आया है। भाजपा के सबसे अधिक पार्षद है तो कार्यकारिणी सदस्य भी उन्ही के है। उपाध्यक्ष वाला पद भी उन्ही के पास जाना है लेकिन इस पर मंथन और चिंतन कुछ भी नगर निगम में नहीं हुआ है।
पूर्व उपाध्यक्ष राजीव शर्मा के कार्यकाल के बाद दुबारा से इस पर मंथन होना था लेकिन इस पर ध्यान किसी ने नहीं दिया। वैसे तो उपाध्यक्ष की लाइन में कई नेता लगे हुए थे, कुछ ऐसे भी थे जो पहली बार नगर निगम कार्यकारिणी में चुनकर आए थे लेकिन पहले वर्ष से ही जो इसका ख्वाब देख रहे थे उनके हाथ भी कुछ नहीं लगा और यह पूरा साल बिना उपाध्यक्ष के ही खत्म होता जा रहा है। अब अंदाजा लगाया जा रहा है कि नगर निगम कार्यकारिणी के जिन सदस्यों का कार्यकाल जून माह में खत्म होगा उसके बाद उनके स्थान पर कार्यकारिणी सदस्यों का चुनाव होगा और तभी अब उपाध्यक्ष वाला पद भी भरता हुआ नजर आएंगा।
सबसे बड़ी बात यह है कि नगर निगम के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि बिना उपाध्यक्ष के एक साल गुजरता जा रहा है, हाल ही में हुई कार्यकारिणी बैठक भी बिना उपाध्यक्ष के ही हो गई। उसमें बजट पास हुआ लेकिन यह नगर निगम बोर्ड बैठक न होने के कारण अभी तक पास नहीं हुआ है। इसको लेकर पार्षद और जनता भी परेशान है। वहीं नगर निगम द्वारा बढ़ाए गए हाउस टैक्स को लेकर भी स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है, हालांकि इसको लेकर पूर्व पार्षदों ने मोर्चा जरूर खोल दिया है और उन्होंने प्रेसवार्ता भी की है। अब देखने वाली बात यह है कि मात्र दो माह का समय रहा गया है और उपाध्यक्ष वाले मामले में भाजपा संगठन और नगर निगम कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
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इनका हो जाएगा कार्यकाल पूरा
जून माह में छह कार्यकारिणी सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो जाएंगा, जिसमें पांच सदस्य भाजपा के है तो एक कांग्रेस का है। हालांकि इन कार्यकारिणी सदस्यों का कहना है कि बैठक कम होने से कही न कही शहर के विकास की रफ्तार पर लगाम जरूर लगी है। वहीं बताया जा रहा है कि हाल ही में हुई नगर निगम की कार्यकारिणी बैठक में 3722 करोड़ के बजट पर जरूर मोहर लगी थी लेकिन यह बजट नगर निगम बोर्ड बैठक में अभी तक पास नहीं हुआ है।
हाउस टैक्स वृद्धि पर छिड़ा विवाद
पार्षद और नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य अजय शर्मा ने कहा कि ऐसा कार्यकाल पहली बार देखा गया है जो अभी तक नगर निगम में कम ही बोर्ड बैठक हुई है, उन्होंने कहा कि जहां भाजपा के जनप्रतिनिधि हाउस टैक्स बढ़ने का विरोध कर रहे थे वहीं नगर निगम ने हाउस टैक्स को बढ़ा कर जनता पर दोहरी मार डाली है। वहीं बात की जाए तो अजय शर्मा, प्रवीण चौधरी, शीतल चौधरी, मनोज त्यागी, यशपाल पहलवान, रामनिवास बंसल का जून माह में नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य वाला कार्यकाल समाप्त हो जाएंगा और उनके स्थान पर नए चेहरों का चयन किया जाएगा।