वाईबीएन नेटवर्क।
जब मौसम बदलता है-सर्दी से गर्मी या गर्मी से बरसात, तब न सिर्फ हमारी त्वचा और स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, बल्कि हमारी आंखें भी इससे प्रभावित होती हैं। बदलते मौसम में एलर्जी, सूखी आंखें, इन्फेक्शन और आंखों की जलन आम समस्याएं बन जाती हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि बदलते मौसम में आंखों की देखभाल कैसे करें, कौन-सी सावधानियां जरूरी हैं, और किन घरेलू उपायों से राहत मिल सकती है।
मौसम बदलने का आंखों पर असर
गर्मी में: धूप और धूल से आंखों में जलन, पानी आना या आंखें लाल होना आम है। सर्दियों में: ड्राईनेस बढ़ जाती है, जिससे आंखों में खुजली और थकान महसूस होती है। मानसून में: नमी के कारण वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।
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आंखों की देखभाल के जरूरी उपाय
दिन में 2-3 बार ठंडे पानी से आंखें धोएं। गंदे हाथों से आंखों को न छुएं। तौलिया, तकिया या रुमाल किसी से शेयर न करें। धूप में निकलते समय अच्छी क्वालिटी का सनग्लास जरूर पहनें। UV प्रोटेक्शन वाले चश्मे का चुनाव करें। ड्राईनेस से बचने के लिए आंखों में आर्टिफिशियल टियर्स (ड्रॉप्स) डॉक्टर की सलाह से डालें। कंप्यूटर या मोबाइल का ज्यादा प्रयोग करने पर 20-20-20 रूल अपनाएं। हर 20 मिनट पर 20 फीट दूर देखें, कम से कम 20 सेकंड तक। फूलों के पराग, धूल, या पालतू जानवरों से होने वाली एलर्जी से बचाव करें। घर को साफ-सुथरा और हवादार रखें।
आंखों के लिए फायदेमंद आहार
विटामिन A: गाजर, शकरकंद, पपीता, दूध।
विटामिन C: आंवला, संतरा, नींबू।
ओमेगा-3 फैटी एसिड: अलसी के बीज, अखरोट, मछली।
जिंक: कद्दू के बीज, तिल, चना।
ये तत्व आंखों की रोशनी बनाए रखने और संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं।
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कुछ घरेलू नुस्खे
खीरे की स्लाइस आंखों पर रखने से ठंडक और सूजन में राहत मिलती है। गुलाब जल की 1-2 बूंदें आंखों में डालने से जलन कम होती है (लेकिन शुद्ध गुलाब जल ही प्रयोग करें)। इसके अलावा ठंडे टी-बैग्स को आंखों पर रखने से सूजन कम हो सकती है।
डॉक्टर से कब मिलें?
आंखों में लगातार लालिमा या दर्द, धुंधला दिखना, तेज सिरदर्द के साथ आंखों में जलन या रोशनी से असहजता। अगर आपको निम्नलिखित लक्षण दिखें तो बिना देर किए नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करें।