आंवला, एक ऐसा फल है जो अपने औषधीय गुणों और पोषण के लिए प्राचीन काल से प्रसिद्ध है। यह छोटा, हरा फल स्वाद में कसैला और खट्टा होता है, लेकिन इसके स्वास्थ्य लाभ इसे एक सुपरफूड बनाते हैं। जिसे भारतीय गूसबेरी या Amla के नाम से भी जाना जाता है।आंवले में विटामिन C,एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर, और कई खनिज जैसे आयरन, कैल्शियम और फॉस्फोरस प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके नियमित सेवन से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। आइए, जानें इसके फायदों के बारे में...
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी
सूखा आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है जो संक्रमण को रोक सकता है। कोरोना वायरस के दौरान इम्युनिटी बढ़ाने पर काफी जोर दिया गया। बदलते मौसम में आंवला हमें कई बीमारियों से बचाता है। आंवला विटामिन C का सबसे समृद्ध प्राकृतिक स्रोतों में से एक है। एक आंवले में संतरे की तुलना में 20 गुना अधिक विटामिन C होता है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और सर्दी, खांसी, और वायरल संक्रमण से बचाव करता है।
पाचन तंत्र के लिए लाभकारी:
अक्सर हम पार्टियों में बहुत अधिक तैलीय और मसालेदार खाना खाते हैं। इससे एसिडिटी, सीने में जलन, कब्ज और अपच की शिकायत हो जाती है। ऐसे में अगर आप सूखे आंवले को पानी में उबालकर पिएं तो पेट की सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी। आंवले में मौजूद फाइबर पाचन को बेहतर करता है और कब्ज, अपच, और गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। यह आंतों को स्वस्थ रखता है और भूख को भी बढ़ाता है। आंवला चूर्ण या जूस का सेवन पेट की जलन को भी कम करता है।
आंखों की रोशनी बढ़ेगी
आंवला विटामिन ए और विटामिन सी से भरपूर होता है। जो हमारी आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है और अंधापन जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है। दांतों और मुंह की ठीक से सफाई न करने के कारण अक्सर मुंह से दुर्गंध आने लगती है। ऐसे में आंवला चबाना प्राकृतिक माउथ फ्रेशनर के रूप में काम करेगा
बालों और त्वचा के लिए वरदान
आंवला बालों के झड़ने, रूसी, और समय से पहले सफेद होने की समस्या को रोकता है। यह बालों की जड़ों को पोषण देता है और उन्हें मजबूत बनाता है। त्वचा के लिए भी यह एंटीऑक्सीडेंट्स के कारण लाभकारी है, जो मुंहासे, झुर्रियों और उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करता है।
हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा
आंवला कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है और रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण सूजन को कम करते हैं और हृदय रोगों के जोखिम को घटाते हैं।
डायबिटीज में सहायक
आंवला ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर करता है और मधुमेह रोगियों के लिए एक प्राकृतिक उपाय के रूप में काम करता है। : Health Advice | Health Awareness | get healthy | Digital health care | get healthy body not present in content
जानें कैसे करें उपयोग
ताजा फल: इसे कच्चा खाया जा सकता है, हालांकि इसका स्वाद कसैला होता है।
जूस: आंवले का जूस सुबह खाली पेट पीना सबसे लोकप्रिय तरीका है। इसमें शहद मिलाकर स्वाद बढ़ाया जा सकता है।
चूर्ण: सूखे आंवले का पाउडर पानी या दूध के साथ लिया जा सकता है।
अचार या मुरब्बा: स्वाद के लिए इसे अचार या मिठाई के रूप में तैयार किया जाता है।
हेयर मास्क और तेल: आंवला पाउडर को नारियल तेल या दही के साथ मिलाकर बालों में लगाया जा सकता है।
कितना उपयोगी है आंवला?
आंवला आयुर्वेद में शरीर के तीनों दोषों - वात, पित्त, और कफ - को संतुलित करता है। इसका नियमित सेवन डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करता है, लिवर को स्वस्थ रखता है, और तनाव को कम करता है। हालांकि, अधिक मात्रा में सेवन से पेट में जलन या दस्त की शिकायत हो सकती है, इसलिए संतुलित मात्रा (1-2 आंवले या 10-20 मिली जूस प्रतिदिन) लेना उचित है।