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मोबाइल, लैपटॉप यूज करने और डेस्क जॉब से गंभीर हो सकती समस्याएं
अगर आपके गर्दन में जकड़न हो रही है या फिर ऐंठन के साथ दर्द महसूस होती है। तो फिर हो जाइए सावधान और आपको नजरअंदाज करने की कोई जरूरत नहीं है। क्योंकि, ये लक्षण सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस के हो सकते हैं। जो एक गंभीर बीमारी का लक्षण है। फौरन आपको किसी योग्य चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
मोबाइल, लैपटॉप यूज करने के साथ लगातार डेस्क जॉब से यह समस्या और ज्यादा गंभीर हो सकती है। यह सच है कि खराब लाइफस्टाइल और बेतरतीब खानपान से कई तरह की गंभीर बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। इनमें सबसे अधिक संभावना सर्वाइकल पेन होने की रहती है। और इसको नजरअंदाज करने से धीरे धीरे यह एक गंभीर समस्या का रूप ले लेती जा रही है। अगर आप इसे एक गंभीर समस्या समझ रहे हैं तो सावधान हो जाइये। आइए जानते हैं कि कि क्या होता है सर्वाइकल पेन और इसके लक्षण साथ ही और भी बहुत कुछ।
आपको बता दें कि सर्वाइकल स्पाइन वर्टिब्रा से बनी होती है, जो सिर से C7 वर्टिब्रा लिगामेंट और मसल्स तक फैली होती है, जो सर्वाइकल एरिया में मौजूद मांसपेशियों को स्थिरता प्रदान करती है। लोगों को गर्दन और कंधे के हिस्से में कठोरता का अनुभव होने की स्थिति को आमतौर पर नेक सर्वाइकल भी कहा जाता है।
वास्तव में सर्वाइकल पेन हड्डियों के दर्द से जुड़ी समस्या है, जिससे गर्दन, कंधे, रीढ़ की हड्डी और कमर में भी दर्द व अकड़न महसूस होती है। अक्सर मोबाइल, लैपटॉप का प्रयोग करते समय या फिर डेस्क वर्क के समय गर्दन सिर को होल्ड करने का काम करते हैं। कई बार गर्दन में दर्द की शिकायत हो जाती है। जिसे सर्वाइकल पेन कहते हैं। यहां बहुत सारी मसल्स होती हैं जो सर्वाइकल स्पाइन को स्टेबल रखती हैं। सर्वाइकल स्पाइन के अंदर स्पाइनल कॉर्ड होती है और उसमें से बहुत सारी नर्व्स निकलती हैं, जो हमारे कंधों, हाथों में मूवमेंट बनाने का काम करती हैं।
यह न करें
बैठकर घंटों काम करने से, झटका लगने से, गलत पोजीशन में सोने या बैठने, झुककर बैठना और कई गलत आदतों की वजह से सर्वाइकल पेन जैसी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है। वहीं वृद्धावस्था में डिजनरेटिव चेंजेस के चलते यह समस्या अपने आप होने लगती है।
यह काम करें
आम तौर पर गर्म या ठंडे पानी से सेकाई करके या किसी पेन रिलीफ जेल को लगाने से दर्द में आराम मिल जाता है, लेकिन अगर दो दिन में भी ये दर्द कम नहीं होता तो फैमिली फिजीशियन या स्पाइन सर्जन से कंसल्ट करें।
कैसे जानें सर्वाइकल पेन
गर्दन या कंधे के आस-पास के हिस्से में ज्यादा दिनों तक दर्द रहने की स्थिति में किसी स्पाइन सर्जन से कंसल्ट करें। डॉक्टर सबसे पहले आपकी गर्दन का एक्स रे कराते हैं और साथ में कुछ मेडिसिन लिखते हैं, जो पेन, नर्व पेन के लिए होती हैं। अगर उससे 2-4 या 10 दिन में फायदा नहीं होता तो आपको एमआरआई कराने की जरूरत पड़ती है। ये आपकी गर्दन, यानी सर्वाइकल स्पाइन के बारे में पूरी जानकारी देता है।
ये हैं सर्वाइकल पेन के लक्षण
सर्वाइकल पेन में दर्द के साथ-साथ गर्दन में तेज अकड़न महसूस होती है। जिसके कारण गर्दन को एक से दूसरी ओर मूव करने में परेशानी या गर्दन को घूमाने में समस्या महसूस होने लगती है। कई बार ये दर्द इतना तीव्र होता है कि बैठे रहने में भी परेशानी होने लगती है। गर्दन में जकड़न महसूस होना, गर्दन में सूजन और दर्द का अनुभव होना, सिर दर्द होना, जी मिचलाना, हाथ पैर में झुनझुनी होना, गर्दन घुमाते समय आवाज आना, हाथ, बाजू और उंगलियों में कमजोरी महसूस होना, गर्दन, कमर या कंधे में बेहद दर्द होना, ये सभी सर्वाइकल पेन के लक्षण हैं।
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सर्वाइकल पेन के करण
- लगातार गलत पोजिशन में सोने से।
- सिर या कंधे पर भारी वजन उठाने से।
- गलत तरीके से उठने, बैठने और सोने से।
- गर्दन को बहुत देर तक झुकाए रखने, गलत पोजिशन में बैठने या फिर गर्दन में भारी वजन रखने से।
- ज्यादा ऊंचाई पर सिर रखकर सोने, यानी ऊंची तकिया इस्तेमाल करने पर भी सर्वाइकल पेन की शिकायत हो सकती है।