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Pimple सिर्फ चेहरे पर नहीं Ear में भी होते हैं, जानें कारण और कैसे पाएं छुटकारा

पिंपल केवल चेहरे या पीठ पर ही नहीं, बल्कि कान के अंदर भी हो सकते हैं, जिससे असहज दर्द महसूस हो सकता है। कई बार ईयरबड्स लगाने या कान छूने पर अचानक दर्द होता है, जिसका कारण कान में हुआ पिंपल हो सकता है।

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Ranjana Sharma
pimple

Photograph: (File)

Pimple: पिंपल केवल चेहरे या पीठ पर ही नहीं, बल्कि कान के अंदर भी हो सकते हैं, जिससे असहज दर्द महसूस हो सकता है। कई बार ईयरबड्स लगाने या कान छूने पर अचानक दर्द होता है, जिसका कारण कान में हुआ पिंपल हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह तब होता है जब कान के छिद्र मृत त्वचा कोशिकाओं और सीबम से भर जाते हैं। कान में भी ऑयल ग्लैंड, त्वचा कोशिकाएं और बालों के रोम होते हैं, जिसकी वजह से मुंहासों हो जाते हैं।

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क्यों होते हैं कान में पिंपल?

विशेषज्ञों के अनुसार, कान में पिंपल तब होते हैं जब त्वचा के छिद्र (पोर) मृत त्वचा कोशिकाओं, सीबम (तेल) और गंदगी से बंद हो जाते हैं। सीबम त्वचा को नम बनाए रखने के लिए जरूरी होता है, लेकिन जब यह जरूरत से ज्यादा बनने लगता है, तो यह पिंपल का कारण बन सकता है। कान में भी ऑयल ग्लैंड, त्वचा कोशिकाएं और बालों के रोम होते हैं, जिससे यह शरीर के अन्य हिस्सों की तरह मुंहासों के लिए संवेदनशील हो जाता है।

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यह हैं प्रमुख कारण

गंदे या धूल भरे वातावरण में रहनार : धूल और गंदगी कान के अंदर जमा हो सकती है और त्वचा के तेल के साथ मिलकर छिद्र बंद कर सकती है, जिससे पिंपल हो सकते हैं।
अत्यधिक तेल उत्पादन: अगर आपके कान की ग्लैंड बहुत अधिक सीबम बनाती है, तो यह छिद्रों को बंद कर सकता है और मुंहासों की समस्या पैदा कर सकता है।
गंदे ईयरबड्स या हेडफोन का इस्तेमाल : कई बार लोग बिना साफ किए ईयरबड्स या हेडफोन का इस्तेमाल करते हैं, जिससे बैक्टीरिया कान के अंदर पहुंच सकते हैं और संक्रमण फैला सकते हैं।
ईयरबड या हेडफोन साझा करना: अगर आप किसी और के ईयरबड्स या हेडफोन इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इससे बैक्टीरिया और गंदगी आपके कान में पहुंच सकती है, जिससे पिंपल हो सकते हैं।
गंदे हाथों से कान छूना:कई लोग बार-बार कान छूते रहते हैं या उनमें उंगली या कोई नुकीली चीज डालते हैं, जिससे बैक्टीरिया कान में प्रवेश कर सकते हैं।

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कान में पिपल की समस्या से ऐसे पाएं छुटकारा

कान को साफ रखें: रोजाना हल्के गुनगुने पानी और हल्के साबुन से कान को धोएं, जिससे वहां मौजूद अतिरिक्त तेल और गंदगी हट जाए।
गंदे हाथों से बचें: कान को बार-बार छूने से बचें और अगर छूना पड़े, तो पहले हाथ साफ कर लें।
गंदे ईयरबड्स और हेडफोन न लगाएं: अपने ईयरबड्स और हेडफोन को नियमित रूप से साफ करें।
टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल करें : कुछ रिसर्च बताती हैं कि चाय के पेड़ का तेल (टी ट्री ऑयल) मुंहासों को ठीक करने में मदद कर सकता है। इसे कान के पिंपल पर हल्के हाथों से लगाएं।
गर्म सेक करें : हल्के गर्म पानी में कपड़ा भिगोकर कान के पिंपल पर रखने से दर्द और सूजन में आराम मिल सकता है।
एंटीबायोटिक क्रीम लगाएं: अगर कान का पिंपल बहुत ज्यादा तकलीफ दे रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लेकर एंटीबायोटिक क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
स्वस्थ खानपान अपनाएं: ज्यादा ऑयली और मसालेदार खाने से बचें और भरपूर मात्रा में पानी पिएं, जिससे त्वचा हाइड्रेटेड रहे।

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