वाईबीएन नेटवर्क।
गर्मियों का मौसम शरीर से नमी खींच लेता है और कमजोरी, थकान व चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है। ऐसे समय में यदि खान-पान में थोड़ा बदलाव लाया जाए तो न केवल शरीर को ठंडक मिल सकती है, बल्कि पाचन से लेकर मानसिक ताजगी तक बरकरार रखी जा सकती है। खास बात ये है कि यह काम आपके किचन में मौजूद कुछ खास मसाले बखूबी कर सकते हैं। आइए जानते हैं किन मसालों को गर्मियों में जरूर शामिल करना चाहिए और इन्हें कैसे सेवन करें ताकि आपका शरीर अंदर से ठंडा, हल्का और ऊर्जावान बना रहे।
सौंफ: स्वाद भी, शीतलता भी
सौंफ एक ऐसा मसाला है जो गर्मियों में शरीर को शीतलता प्रदान करता है। यह पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है और मुंह की दुर्गंध को भी दूर करता है। भोजन के बाद एक चुटकी सौंफ चबाने से पेट में ठंडक बनी रहती है। साथ ही, इसे पानी में उबालकर या ठंडाई में मिलाकर भी पी सकते हैं।
धनिया: गर्मी का प्राकृतिक डिटॉक्स
धनिया बीज शरीर को डिटॉक्स करने में बेहद असरदार होता है। इसका सेवन गर्मी से होने वाली जलन, पेशाब की दिक्कत और पाचन समस्याओं को दूर करता है। रातभर भिगोए धनिया का पानी सुबह छानकर पीने से शरीर में ठंडक बनी रहती है और त्वचा भी साफ होती है।
इलायची: छोटी मगर गुणकारी
छोटी सी इलायची स्वाद के साथ-साथ शरीर को ठंडक देने में भी माहिर है। यह न केवल पाचन सुधारती है बल्कि मानसिक ताजगी भी देती है। इलायची को चाय, लस्सी या छाछ में डालकर सेवन करें, इससे मुंह की बदबू भी दूर होती है।
पुदीना: गर्मियों का नेचुरल कूलर
पुदीना यानी मिंट को गर्मियों का सुपरहिट मसाला कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इसकी तासीर ठंडी होती है और यह शरीर को तुरंत शीतलता प्रदान करता है। पुदीने की चटनी, पानी या छाछ में इसे मिलाकर लें। यह अपच, गैस और सिरदर्द में भी राहत देता है।
अजवाइन: पाचन का सहायक
हालांकि अजवाइन की तासीर थोड़ी गर्म मानी जाती है, लेकिन गर्मियों में यह पेट की गर्मी और गैस को दूर करने में मदद करता है। गुनगुने पानी में अजवाइन डालकर पीने से पेट हल्का रहता है और पाचन मजबूत होता है।
काली मिर्च: सीमित मात्रा में फायदेमंद
काली मिर्च को अक्सर तीखा माना जाता है, लेकिन इसकी सीमित मात्रा गर्मियों में भी लाभ पहुंचा सकती है। यह शरीर को डिटॉक्स करती है और पाचन में मदद करती है। इसे छाछ, नींबू पानी या सलाद पर हल्का छिड़कें।