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हूतियों पर America का हमला, मारे गए 31 लोग, ईरान को इस बात के लिए दी कड़ी चेतावनी

ट्रंप का कहना है कि हूतियों ने वैश्विक वाणिज्य और नौवहन की स्वतंत्रता को बाधित किया है, जिससे अमेरिकी और विश्व अर्थव्यवस्था को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है।

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Dhiraj Dhillon
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Donald Trump

Donald Trump Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।

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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद यमन के हूती विद्रोहियों पर हुए हवाई हमलें में कुल 31 लोगों की मौत हो गई है। यह कार्रवाई अमेरिका के द्वारा लाल सागर में जहाजों पर हो रहे हमलों के विरोध में की गई है। ट्रंप ने हूतियों को साफ चेतावनी दी है कि लाल सागर में हमलों से यूएस समेत पूरी दुनिया की इकोनॉमी प्रभावित हो रही है, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अमेरिका ने हूतियों को सहयोग का आरोप लगाते हुए ईरान को भी चेतावनी दी है कि वह ऐसा करने से बाज आए। 

शनिवार से शुरू की गई सैन्य कार्रवाई

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लाल सागर में जहाजों पर हो रहे हमलों के जवाब में यमन के हूती विद्रोहियों पर सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है। ट्रंप के आदेश के बाद यमन की राजधानी पर हुए हमलों में शनिवार को ही नौ नागरिकों की मौत हो गई थी और नौ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। ट्रंप का कहना है कि हूतियों ने वैश्विक वाणिज्य और नौवहन की स्वतंत्रता को बाधित किया है, जिससे अमेरिकी और विश्व अर्थव्यवस्था को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है। यमन की राजधानी पर अमेरिकी हमलों में नौ नागरिकों की मौत और नौ अन्य घायल हुए है। 
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हूती विद्रोहियों ने किया था दावा 

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हूती विद्रोहियों ने दावा किया कि उन्होंने अदन की खाड़ी में अमेरिकी सैन्य आपूर्ति जहाजों और विध्वंसक जहाजों को निशाना बनाया है। हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सरिया ने दावा किया कि उनके लड़ाकों ने जिबूती बंदरगाह से रवाना हुए तीन अमेरिकी सैन्य आपूर्ति जहाजों और अदन की खाड़ी में दो अमेरिकी विध्वंसक जहाजों को निशाना बनाया। ट्रंप ने ईरान को भी चेतावनी दी है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी मिशन ने अमेरिका के इस आरोप को खारिज किया कि तेहरान हूतियों को वित्तीय, सैन्य और हथियार सहायता प्रदान कर रहा है।

चेतावनी के बाद हूतियों पर अमेरिकी हमले

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लाल सागर में जहाजों पर हो रहे हमलों के जवाब में शनिवार को यमन के हूती विद्रोहियों पर सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी। इससे पहले उन्होंने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि हूती हमले जारी रखते हैं, तो उन पर ऐसा विनाशकारी हमला होगा जैसा उन्होंने पहले कभी नहीं देखा होगा। ट्रंप ने एक बयान में कहा था कि उन्होंने अमेरिकी सेना को यमन में हूती आतंकियों के खिलाफ निर्णायक और शक्तिशाली सैन्य अभियान चलाने का आदेश दिया है। ट्रंप के मुताबिक, हूतियों ने अमेरिकी और अन्य जहाजों, विमानों और ड्रोनों को निशाना बनाकर समुद्री डकैती, हिंसा और आतंकवाद का अभियान छेड़ा हुआ है।

ट्रंप ने कहा इसलिए बेलगाम हो गए थे हूती

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडेन के कमजोर प्रशासन की बात कहते हुए हूतियों के बेलगाम होने की बात कही है। ट्रंप ने दावा किया कि पिछले एक साल से कोई भी अमेरिकी झंडे वाला वाणिज्यिक जहाज स्वेज नहर, लाल सागर या अदन की खाड़ी से सुरक्षित रूप से नहीं गुजर पाया। चार माह पहले हूतियों ने लाल सागर में एक अमेरिकी युद्धपोत पर एक दर्जन से अधिक बार हमला किया था। इन सब बातों से आक्रोशित ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि अमेरिका अपने जहाजों पर हुए हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा और भारी घातक बल" का उपयोग करेगा।

ट्रंप ने ईरान को दी यह चेतावनी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को भी चेतावनी दी कि वह तुरंत हूतियों का समर्थन बंद करे और अमेरिका या वैश्विक शिपिंग लेन को धमकी देने की गलती न करे, अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। हालांकि ईरान ने अमेरिकी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि तेहरान पर हूतियों को वित्तीय सहायता या हथियार और सैन्य प्रतिशण का आरोप सही नहीं है। 

अमेरिकी हमलों में नौ की मौत, हूतियों ने किया दावा

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