नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क ।
pakistan में बलूच यकजेहती समिति (BYC) की प्रमुख महरंग बलूच की रिहाई की मांग बढ़ती जा रही है। कराची और क्वेटा में 'राज्य की क्रूरता और लोगों को जबरन गायब किए जाने' के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। महरंग बलूच ने जबरन गायब किए गए लोगों के रिश्तेदारों की अवैध गिरफ्तारी और पुलिस रिमांड के खिलाफ Protest का नेतृत्व किया था। महरंग बलूच और अन्य कार्यकर्ताओं पर आतंकवाद के आरोप लगाए गए हैं।
कई बलूच नेता हिरासत में लिए गए
सोमवार को, धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में लिया गया। पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) सैयद असद रजा के अनुसार, पुलिस ने सभा को विफल कर दिया और सम्मी दीन बलूच सहित लगभग छह प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर महिला पुलिस थाने में बंद कर दिया।
पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) के वरिष्ठ अधिकारी काजी खिजर ने बताया कि बीवाईसी और नागरिक समाज संगठनों ने महरंग और अन्य की हिरासत और बलूचिस्तान में कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई के खिलाफ 'शांतिपूर्ण' विरोध का आह्वान किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए क्रूर तरीका अपनाया और 13 महिलाओं को हिरासत में लिया।
खिरज ने दावा किया कि पाकिस्तान उलेमा काउंसिल और अन्य समूहों का प्रतिनिधित्व करने वाले कई लोगों ने पुलिस सुरक्षा के तहत बलूच कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने बैनर ले रखे थे और बीवाईसी के खिलाफ नारे लगाए, लेकिन पुलिस उन्हें धारा 144 का उल्लंघन करने से नहीं रोक रही थी।
महरंग बलूच की रिहाई को लेकर बवाल
महरंग बलूच को हिरासत में लिए जाने के 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बावजूद अदालत में पेश नहीं किया गया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, क्वेटा और बलूचिस्तान के अन्य हिस्सों में उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रहा, जिसमें पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया।