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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के बीच शुक्रवार को एक अहम बैठक हुई, जिसमें व्यापार, रक्षा, समुद्री सुरक्षा, बुनियादी ढांचा और हिंद महासागर क्षेत्र में शांति व स्थिरता को लेकर सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी। इस मौके पर पीएम मोदी ने मालदीव को स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ पर बधाई दी और राष्ट्रपति मुइज्जू का भारत को मुख्य अतिथि बनाने के लिए आभार जताया। पीएम मोदी ने कहा, "भारत और मालदीव के संबंध समुद्र जितने गहरे और इतिहास से भी पुराने हैं।" दोनों नेताओं ने परंपरागत नौकाओं की डिजाइन वाले स्मारक डाक टिकट भी जारी किए।
बढ़ते रिश्ते और साझा विकास
राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत द्वारा मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल को 72 वाहन देने, 4,000 आवासीय इकाइयों की परियोजना में योगदान और स्वास्थ्य क्षेत्र में साझेदारी के लिए भारत का आभार व्यक्त किया। साथ ही दोनों देशों ने सीधी उड़ानों और पर्यटन को बढ़ावा देने के उपायों पर भी चर्चा की।
हिंद महासागर में रणनीतिक साझेदारी
मालदीव हिंद महासागर में भारत का रणनीतिक समुद्री पड़ोसी है और उसकी भौगोलिक स्थिति भारत की समुद्री सुरक्षा के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस कारण भारत-मालदीव की भागीदारी क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी अहम मानी जाती है।
तनाव से समझौते तक का सफर
2023 में सत्ता संभालने के बाद मुइज्जू ने ‘इंडिया आउट’ अभियान के समर्थन और भारतीय सैनिकों की वापसी की मांग जैसे फैसले लिए थे, जिससे दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी आई थी। इसके बाद भारतीय पर्यटकों द्वारा मालदीव के बहिष्कार की मुहिम भी देखी गई। फिर भी, भारत ने मालदीव की आर्थिक मुश्किलों को देखते हुए ऋण और सहायता जारी रखी। भारत के इस ‘बड़े दिल’ वाले रवैये ने दोनों देशों के रिश्तों को फिर से पटरी पर लाने में मदद की। pm modi | Maldives