नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। : India- Bangladesh Tension: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बुधवार को उस वक्त तनाव बढ़ गया जब सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक जवान को कथित रूप से बांग्लादेशी नागरिकों ने अगवा कर लिया और अंतरराष्ट्रीय सीमा पार ले गए। यह घटना सुटियार, नूरपुर चांदनी चौक के पास की है। बीएसएफ के मुताबिक, यह जवान जब कथालिया गांव के पास गश्त कर रहा था, तब उसे बांग्लादेश की तरफ से आए कुछ उपद्रवियों ने पकड़ लिया और सीमा पार ले जाकर बंधक बना लिया।
BSF अधिकारी का बयान
घटना के तुरंत बाद बीएसएफ ने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) से संपर्क किया और फ्लैग मीटिंग के माध्यम से कुछ घंटों में जवान को सुरक्षित रिहा करवा लिया गया। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया- हमारा जवान बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा बंधक बना लिया गया था। हमने बीजीबी से बातचीत की और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। जवान को रिहा करवा लिया गया है और वह सुरक्षित है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें दावा किया गया कि बीएसएफ जवान को बांग्लादेश के अंदर एक केले के पेड़ से बांधकर रखा गया था। वीडियो में यह भी कहा गया कि जवान को करीब चार घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया। हालांकि, वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन इसके वायरल होने से सीमा सुरक्षा और जवानों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे हैं। बीएसएफ ने इस मामले में आंतरिक जांच शुरू कर दी है और सीमा सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा की जा रही है।
घुसपैठ और सुरक्षा व्यवस्था पर चिंताएं
इस घटना ने एक बार फिर भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बांग्लादेश की ओर से होने वाली घुसपैठ और तस्करी की घटनाएं पहले भी चिंता का विषय रही हैं। इस घटना के बाद बीएसएफ द्वारा क्षेत्र में निगरानी और सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भारत-बांग्लादेश सीमा पर हुई इस घटना ने जवानों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अधिकारियों की तत्परता से जवान को सुरक्षित रिहा करवा लिया गया, लेकिन वायरल वीडियो और अपहरण की घटना से यह स्पष्ट है कि सीमा पर सुरक्षा तंत्र को और मजबूत करने की जरूरत है।