नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क। क्रीमिया को लेकर बड़ी खबर सामने आयी है। रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine) के बीच शांति समझौते के तहत क्रीमिया पर रूस के नियंत्रण को अमेरिका (America) मान्यता देने के लिए तैयार हो सकता है। इस फैसले से यूक्रेन (Ukraine) को बड़ा झटका लग सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रोकने और शांति स्थापित करने के लिए कोशिश कर रहे हैं। इस बीच ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में क्रीमिया के नियंत्रण को लेकर बड़ा दावा किया गया है।
रूस और अमेरिका के बीच हुई बातचीत
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हर हाल में यूक्रेन और रूस के बीच शांति समझौता करना चाहते हैं। ट्रंप और विदेश मंत्री रुबियो रूस और यूक्रेन के बीच धीमी गति से चल रही शांति वार्ता से परेशान हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के बीच क्रीमिया पर अधिकार को लेकर फोन पर बात भी हुई है। खबर यह भी है कि अगर जल्द ही कोई नतीजा नहीं निकलता है तो अमेरिका इस वार्ता से बाहर हो सकता है।
रूस ने कैसे क्या क्रीमिया पर कब्जा?
आपको बता दें कि क्रीमिया पर पहले यूक्रेन का नियंत्रण था। रूस ने क्रीमिया पर 2014 में हमला किया और उस पर अधिकार कर लिया। 16 मार्च 2014 को, रूस समर्थित क्रीमिया सरकार ने एक विवादास्पद जनमत संग्रह करवाया था। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 96.77% मतदाताओं ने रूस से जुड़ने के पक्ष में मतदान किया। हालांकि, इस विलय को अमेरिका समेत अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने स्वीकार नहीं किया। रूस ने क्रीमिया पर सैन्य कब्जे, जनमत संग्रह और कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से अधिकार किया।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने किया विरोध
क्रीमिया को रूस में शामिल करने पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 27 मार्च 2014 को एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें क्रीमिया पर रूस के अधिकार को अवैध घोषित किया गया। 100 से ज्यादा देशों ने इस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि 11 देशों ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया। अब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध विराम और शांति के लिए अमेरिका बड़ी शर्त रखने जा रहा है। इससे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को बड़ा झटका लग सकता है, वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के लिए यह बड़ा तोहफा माना जा रहा है।