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Photograph: (google )
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को हश मनी मामले में अपना फैसला सुनाते हुए ट्रंप को बिना किसी शर्त के बरी कर दिया।
इस केस पर अपना फैसला सुनाते हुए न्यूयॉर्क के जज जुआन एम. मर्चेन ने डोनाल्ड ट्रंप से कहा कि उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप को यह बताने के लिए बहुत मेहनत की कि इस कोर्ट में उनके साथ एक सामान्य आरोपी की तरह व्यवहार किया गया।
इस फ़ैसले के बाद ट्रंप को बिना किसी आपराधिक दोष या दंड के रिहा कर दिया गया। इसका मतलब है कि अब ट्रंप के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने में कोई बाधा नहीं आएगी।
गंभीर आरोपों के बावजूद ट्रंप ने जीता चुनाव
डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद दूसरी बार व्हाइट हाउस जाएंगे, लेकिन चुनाव लड़ने से पहले ही उन पर 34 गंभीर आरोप लगाए गए थे।
ट्रंप को उनके निजी जीवन से जुड़े सभी मामलों में दोषी पाया गया। हैरानी की बात यह है कि इन आरोपों के बावजूद वे चुनाव जीतने में कामयाब रहे, इन मामलों से ट्रंप की लोकप्रियता पर कोई असर नहीं पड़ा।
मैंने कोई अपराध नहीं किया है- ट्रंप
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सुनवाई के दौरान ट्रंप अपने आवास से वर्चुअली कोर्ट में पेश हुए। जिसमें उन्होंने कहा कि आपराधिक मामलों में दोषी पाया जाना उनके लिए परेशान करने वाला है। अपने बयान में ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये मामले राजनीति से प्रेरित हैं जो नौसेना के लिए शर्म की बात है। यह मामला सिर्फ उनकी छवि खराब करने के लिए लाया गया था, ताकि वह चुनाव हार जाएं, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका।
हश मनी केस क्या है?
एडल्ट स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स ने दावा किया था कि डोनाल्ड ट्रंप ने करीब एक दशक पहले उनके साथ सेक्स किया था। लेकिन 2016 में राष्ट्रपति चुनाव से पहले ट्रंप ने उन्हें चुप रहने के लिए 1.3 लाख डॉलर दिए थे। इस मामले की जांच में डोनाल्ड ट्रंप को भुगतान छिपाने के लिए बिजनेस रिकॉर्ड से छेड़छाड़ करने का दोषी पाया गया था।