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बढ़ते दबाव के सामने झुके जिद्दी ट्रंप, रोजमर्रा की खाद्य वस्तुओं के इंपोर्ट पर लगा टैरिफ हटाया

यह बड़ा कदम ऐसे समय में आया है जब मतदाताओं में किराने के सामान की बढ़ती कीमतों को लेकर नाराजगी बढ़ी है। हाल के ऑफ-ईयर चुनावों में हार के बाद यह फैसला लिया गया है। अमेरिकियों ने आर्थिक चिंताओं को सबसे प्रमुख मुद्दा बताया था।

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Mukesh Pandit
Trump Warnig india

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का फाइल फोटो

वाशिंगटन, वाईबीएन डेस्क। बढ़ते घरेलू राजनीतिक और सामाजिक दबाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ को लेकर अपना रूख नरम कर लिया है। ट्रंप ने कॉफी, ट्रॉपिकल फल और दर्जनों अन्य रोजमर्रा के फूड इम्‍पोर्ट पर लगे टैरिफ को हटा दिया है। इसे उनके दूसरे कार्यकाल की पॉलिसी में अचानक आए बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है। टैरिफ पॉलिसी उनके दूसरे कार्यकाल का अहम हिस्सा  है। यह बड़ा कदम ऐसे समय में आया है जब मतदाताओं में किराने के सामान की बढ़ती कीमतों को लेकर नाराजगी बढ़ी है। 

चुनाव में हार से बदलने लगे हैं ट्रंर सुर

समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार, हाल के ऑफ-ईयर चुनावों में हार के बाद यह फैसला लिया गया है, जहां अमेरिकियों ने आर्थिक चिंताओं को सबसे प्रमुख मुद्दा बताया था। ट्रंप के इस फैसले का भारत पर मुख्य रूप से सकारात्मक व्यापारिक असर पड़ने की संभावना है। खासकर कृषि और खाद्य निर्यात के क्षेत्र में इसका फायदा हो सकता है। कहा जा रहा है कि चुनावों में हुई हार ने भी ट्रंप के सुर काफी बदल दिए हैं।

घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने को लगाया था टैरिफ

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल में घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर टैरिफ लगाए थे। उन्‍होंने एयर फोर्स वन में उड़ान भरते समय अचानक ताजा फैसले की घोषणा की। उन्होंने कहा, 'हमने कॉफी जैसे कुछ खाद्य पदार्थों पर लगे टैरिफ में थोड़ी कटौती की है।' यह घोषणा व्हाइट हाउस की ओर से टैरिफ कटौती के विवरण जारी करने के कुछ घंटों बाद आई।

ड्रेनोक्रेट्स का ट्रंप पर हमला

जब उनसे पूछा गया कि क्या टैरिफ ने बढ़ती कीमतों में योगदान दिया है तो उन्होंने स्वीकार किया, 'मैं कहूंगा कि कुछ मामलों में वे ऐसा कर सकते हैं।' हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि बड़े पैमाने पर इनका बोझ दूसरे देशों पर पड़ा है। लेकिन, ट्रंप के बार-बार इस दावे के बावजूद कि उनके पदभार संभालने के बाद से महंगाई 'गायब' हो गई है। असल में महंगाई अभी भी ऊंची बनी हुई है। डेमोक्रेट्स ने इस टैरिफ कटौती को इस बात का सबूत बताया कि उनकी नीति विफल रही।

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दबाव में ल‍िया फैसला

वर्जीनिया के डेमोक्रेट सांसद डॉन बेयर ने कहा, 'राष्ट्रपति ट्रंप आखिरकार वही स्वीकार कर रहे हैं जो हम हमेशा से जानते थे। उनके टैरिफ अमेरिकी लोगों के लिए कीमतें बढ़ा रहे हैं।' उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन हाल के चुनावों में हार के बाद किफायतीपन की ओर राजनीतिक मोड़ लेने की कोशिश कर रहा है।

बीबीसी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे ट्रंप

उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि वह बीबीसी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का इरादा रखते हैं, जबकि ब्रिटेन के सार्वजनिक प्रसारणकर्ता (बीबीसी) ने पिछले साल प्रसारित एक समाचार वृत्तचित्र के लिए उनके भाषण को संपादित करने के तरीके को लेकर उनसे माफी मांगी थी। ट्रंप ने शनिवार को ‘एयरफोर्स वन’ (अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष विमान) में संवाददाताओं से कहा, हम उन पर मुकदमा करेंगे। हम उन पर एक अरब से पांच अरब अमेरिकी डॉलर तक का मुकदमा करेंगे, संभवतः अगले सप्ताह किसी समय। : america news | america | donald trump tariffs | donald trump tariff | donald trump tariff threat 

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