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Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।गाजा पट्टी के दक्षिणी शहर खान यूनिस में उस समय दिल दहला देने वाली घटना सामने आई जब इजरायली टैंकों ने भोजन सहायता का इंतजार कर रही भीड़ पर फायरिंग कर दी, जिसमें कम से कम 45 फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हुए। यह जानकारी हमास शासित गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यह हमला अल-तहलिया चौराहे के पास हुआ, जहां हजारों लोग मानवीय सहायता जैसे भोजन और पानी के लिए ट्रकों का इंतजार कर रहे थे।
मृतकों की संख्या बढ़ सकती है
Israel- Gaza war: मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर है। नासर अस्पताल समेत स्थानीय चिकित्सा केंद्रों पर भारी भीड़ है और चिकित्सकों को बेहद सीमित संसाधनों में घायलों का इलाज करना पड़ रहा है। मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय संगठनों से तत्काल सहायता की अपील की है। स्थानीय पत्रकार मोहम्मद घरीब ने बताया कि सुबह के वक्त जैसे ही लोगों की भीड़ ट्रकों का इंतजार कर रही थी, अचानक टैंकों से गोलीबारी शुरू हो गई। भगदड़ मच गई और घायलों को गधा गाड़ियों से अस्पताल तक पहुंचाया गया क्योंकि बचावकर्मी घटनास्थल तक नहीं पहुंच सके।
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इजरायल की प्रतिक्रिया नहीं, लेकिन संदिग्ध इरादा
इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने इस हमले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, अतीत में इजरायली सेना इस तरह की घटनाओं पर “चेतावनी स्वरूप फायरिंग” या “संदिग्धों पर कार्रवाई” की बात कहती रही है। बता दें कि इजरायल ने हमास पर सहायता सामग्री की चोरी के आरोप भी लगाए हैं, जिन्हें हमास ने खारिज किया है। इस घटना से कुछ घंटे पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और G7 नेताओं ने गाजा में युद्धविराम की अपील की थी। संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवीय एजेंसियों ने इस हमले को “मृत्यु जाल” करार दिया है। UNRWA प्रमुख फिलिप लज्जारिनी ने कहा- “अब सहायता वितरण स्थल भी मौत के पर्याय बन चुके हैं।”
गाजा में बिगड़ता मानवीय संकट
- अब तक 55,000 से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं।
- 23 लाख की जनसंख्या में से 80% से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं।
- भूखमरी और अकाल का खतरा मंडरा रहा है।
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