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Big statement of Imran Khan: "गुलामी से बेहतर है जेल की अंधेरी कोठरी"

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वह गुलामी से बेहतर जेल की अंधेरी कोठरी को मानते हैं। आशूरा के बाद शासन के खिलाफ विद्रोह का आह्वान किया। जानें पूरी खबर।

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Dhiraj Dhillon
Imran Khan

Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) प्रमुख इमरान खान ने मौजूदा सत्ता व्यवस्था के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है। सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा, "मैं गुलामी को स्वीकार करने के बजाय जेल की अंधेरी कोठरी में रहना पसंद करूंगा।"खान ने PTI कार्यकर्ताओं और देशवासियों से अपील की है कि वे 6 जुलाई को आशूरा के दिन के बाद मौजूदा "तानाशाही व्यवस्था" के खिलाफ खड़े हों। आशूरा, इस्लामिक कैलेंडर में मोहर्रम की 10वीं तारीख होती है और इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाई जाती है।
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सेना और न्यायपालिका पर सीधा निशाना

इमरान खान ने देश की सेना और न्यायपालिका पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर पर टिप्पणी करते हुए कहा, "जब कोई तानाशाह सत्ता में आता है तो उसे वोटों की ज़रूरत नहीं होती, वह क्रूर बल के दम पर शासन करता है।"खान ने न्यायपालिका को कार्यपालिका का एक उपविभाग बताते हुए कहा कि अब अदालतें चहेते न्यायाधीशों से भरी हुई हैं, जबकि स्वतंत्र सोच रखने वाले न्यायधीशों को किनारे कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि "यह सब कुछ केवल मार्शल लॉ जैसी व्यवस्था में ही होता है।"

लगातार दो साल से जेल में हैं इमरान

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बता दें कि इमरान खान पिछले करीब दो वर्षों से कई आपराधिक मामलों के चलते जेल में हैं। उन्होंने दावा किया कि उनकी आवाज को हर संभव तरीके से दबाने की कोशिश की जा रही है।इमरान खान का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता लगातार बनी हुई है और विपक्षी दल सत्ता पक्ष के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं। आशूरा के बाद PTI की ओर से किसी बड़े आंदोलन की संभावना जताई जा रही है।
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