Advertisment

India-Bangladesh: मुर्शिदाबाद हिंसा पर बांग्लादेश की टिप्पणी खारिज, भारत ने कहा– पहले अपने घर देखो

मुर्शिदाबाद को लेकर बांग्लादेश की टिप्पणी पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है बांग्लादेश अपने गिरेबां में झांके और वहां रह रहे हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर गौर करे।

author-image
Dhiraj Dhillon
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल

Photograph: (Google)

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क। Bangladesh news : बंगाल के मुर्शिदाबाद को लेकर बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव के द्वारा की गई टिप्पणी पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है बांग्लादेश अपने गिरेबां में झांके और वहां रह रहे हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर गौर करे। बांग्लादेश हमारे आंतरिक मामलों में दखल करने की हिमाकत न करे। भारत ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून को लेकर हुई हिंसा पर बांग्लादेश की टिप्पणी को सख्ती से खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बांग्लादेश की प्रतिक्रिया को "गलत और बेबुनियाद" करार देते हुए कहा कि बांग्लादेश को भारत पर टिप्पणी करने के बजाय अपने देश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा पर ध्यान देना चाहिए।

Advertisment

भारत का कड़ा जवाब

बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव ने हालिया हिंसा पर भारत से मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की थी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत ने स्पष्ट किया कि बांग्लादेश की यह टिप्पणी भारत के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाने और अपने यहां अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों से ध्यान हटाने का प्रयास है। रणधीर जायसवाल ने कहा, "बिना कारण की गई टिप्पणियों के बजाय बांग्लादेश को अपने देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। वहां ऐसे अपराधियों को खुली छूट मिली हुई है।"

बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ते हमले

Advertisment

भारत ने लगातार विभिन्न मंचों पर बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर चिंता जताई है। पिछले वर्ष बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद हालात और बिगड़े हैं। कट्टरपंथी तत्वों द्वारा हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों पर हमले, मंदिरों में तोड़फोड़ और पुजारियों की गिरफ्तारी जैसी घटनाएं सामने आई हैं। मानवाधिकार संगठनों और प्रवासी भारतीय समुदायों ने भी इन घटनाओं पर नाराजगी जताई है, जबकि बांग्लादेश सरकार इन आरोपों से लगातार इनकार करती रही है।

 

Bangladesh news Bangladesh
Advertisment
Advertisment