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America में भारतीय छात्र को एयरपोर्ट पर पटका, हथकड़ी लगाकर डिपोर्ट किया

अमेरिका में एक भारतीय छात्र को न्यूअर्क एयरपोर्ट पर हथकड़ी लगाकर डिपोर्ट किया गया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में छात्र रोता दिखा। भारतीय समुदाय ने विदेश मंत्रालय से कार्रवाई की मांग की।

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Dhiraj Dhillon
Indian Student at American Airport

Photograph: (Google)

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न्यूजर्सी, वाईबीएन डेस्क।America news: अमेरिका के न्यूजर्सी में वीजा लेकर पहुंचे एक भारतीय छात्र के साथ अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया है। न्यूअर्क एयरपोर्ट पर उसे जमीन पर पटका गया, हथकड़ी लगाई गई और फिर भारत डिपोर्ट कर दिया गया। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। भारतीय मूल के अमेरिकी एंटरप्रेन्योर कुणाल जैन ने इसका वीडियो X पर शेयर किया है, जिसमें छात्र रोते हुए नजर आ रहा है। भारतीय छात्रों के लिए अमेरिका में शिक्षा के अवसर के साथ-साथ अब कानूनी और मानसिक चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। 

छात्र ने कहा मैं पागल नहीं ह‌ूं

कुणाल ने अपनी पोस्ट में बताया कि छात्र हरियाणवी भाषा में कह रहा था- "मैं पागल नहीं हूं, लेकिन ये लोग मुझे ऐसा दिखाना चाह रहे हैं।"उन्होंने लिखा, "यह छात्र अपने सपनों को पूरा करने अमेरिका आया था, किसी को नुकसान पहुंचाने नहीं। NRI होने के नाते मैं खुद को बेबस और टूटा हुआ महसूस कर रहा हूं।"
Indian Student at American Airport
Photograph: (Google)
 

हर दिन 3-4 छात्रों को किया जा रहा डिपोर्ट: कुणाल जैन

कुणाल जैन ने दावा किया कि हर दिन 3-4 भारतीय छात्रों को अमेरिका में इसी तरह डिपोर्ट किया जा रहा है।अधिकतर छात्र सुबह वीजा लेकर अमेरिका पहुंचते हैं, लेकिन इमिग्रेशन अधिकारियों को संतोषजनक जवाब न दे पाने पर उन्हें वापस भेज दिया जाता है।
उन्होंने इस पर भारतीय दूतावास और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
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अमेरिका में बढ़ी वीजा सख्ती, बिना नोटिस हो रहा रद्द

इस घटना के पीछे एक बड़ी पृष्ठभूमि भी सामने आई है। अमेरिकी सरकार अब अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर कड़ी नजर रख रही है।फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनों से लेकर ट्रैफिक उल्लंघनों तक, कई कारणों से छात्रों का वीजा रद्द किया जा रहा है। DHS की 2023 रिपोर्ट के अनुसार, F कैटेगरी वीजा धारकों में 3.5 प्रतिश ओवरस्टे रेट दर्ज किया गया। वर्ष 2024 में लगभग 1500 भारतीय छात्रों को डिपोर्ट किया गया।

नई पॉलिसी के तहत इंटरव्यू पर भी लगी रोक

हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने सभी दूतावासों को निर्देश जारी कर कहा है कि नए F, M और J वीजा इंटरव्यू फिलहाल बंद किए जाएं।इसके पीछे कारण बताया गया कि कुछ यूनिवर्सिटीज़ में यहूदी विरोधी और वामपंथी विचार बढ़ रहे हैं, जिन्हें नियंत्रित करना आवश्यक है।

जानिए F, M और J वीजा प्रोग्राम के बारे में

F-1 वीजा:
अमेरिकी यूनिवर्सिटीज़ में पढ़ाई के लिए।
पढ़ाई के साथ वीक में 20 घंटे तक कैंपस में काम की अनुमति।
कोर्स पूरा होने पर 60 दिन का ग्रेस पीरियड।

M-1 वीजा:
टेक्निकल, एविएशन जैसी नॉन-एकेडमिक ट्रेनिंग के लिए।
एक साल तक वैध, कुछ मामलों में 30 दिन की एक्सटेंशन।

J-1 वीजा:
रिसर्चर, टीचर, स्कॉलर और एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए।
प्रोग्राम के आधार पर 3 से 5 साल तक वैध।
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