गाजा, आईएएनएस।
युद्ध बंदियों की वापसी के संबंध में हमास ने कहा कि इजरायल सिर्फ 'कैदी अदला-बदली समझौते' के जरिए ही अपने बंदियों को वापस पा सकता है। वरिष्ठ अधिकारी महमूद मर्दावी ने एक प्रेस बयान में यह बात कही। मर्दावी ने रविवार को कहा, "इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अगर यह सोचते हैं कि गाजा पट्टी पर थोपे गए भुखमरी युद्ध माध्यम से वे अपने लक्ष्य हासिल कर लेंगे, तो वे भ्रम में हैं।"
समझौता चरणबद्ध तरीके से लागू हो
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार मर्दावी ने समझौते के तहत तय सभी चरणों को मूल रूप में लागू करने पर जोर दिया और इजरायल की ओर से पहले चरण को आगे बढ़ाने का विरोध किया। हमास नेता ने मध्यस्थों से यह सुनिश्चित करने की भी अपील की कि इजरायल समझौते की शर्तों का पालन करे।
मध्यस्थ सुनिश्चित कराएं शर्तों का पालन
हमास ने मध्यस्थों से यह भी कहा कि वे सुनिश्चित करें कि इजरायल समझौते की शर्तों का पालन करे, जैसा कि सहमति हुई थी। हमास और इजरायल के बीच तीन-चरणीय समझौते का पहला 42-दिवसीय चरण, जिसमें मानवीय सहायता में वृद्धि शामिल थी, शनिवार को समाप्त हो गया। समझौते के तहत, दोनों पक्षों के बीच दूसरे चरण पर बातचीत करने की उम्मीद थी, जिसमें गाजा से इजरायल की पूर्ण वापसी और स्थायी युद्धविराम के बदले में हमास को बाकी बंधकों को रिहा करना था।
इजरायल ने गाजा में सप्लाई रोकी
हालांकि रविवार को इजरायल ने घोषणा की कि वह संघर्ष विराम के पहले चरण को रमजान और पासओवर (यहूदी त्योहार) या 20 अप्रैल तक बढ़ाने के प्रस्ताव का समर्थन करता है। उसने कहा कि यह प्रस्ताव ट्रंप प्रशासन के मध्यपूर्व दूत स्टीव विटकॉफ की ओर से आया है। इजरायल ने न सिर्फ अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है बल्कि गाजा में सभी वस्तुओं की सप्लाई रोकने का भी फैसला किया।
हमास ने की इजरायल की आलोचना
यहूदी राष्ट्र ने कहा कि हमास द्वारा विटकॉफ प्रस्ताव को स्वीकार न करने की वजह से उसने सभी चीजों आपूर्ति पर रोक लगाई है। हमास ने अस्थायी युद्ध विराम के अमेरिकी प्रस्ताव को स्वाकारने के लिए इजरायल की आलोचना की। फिलिस्तीनी ग्रुप के मुताबिक यहूदी राष्ट्र का यह कदम गाजा युद्ध विराम समझौते के दूसरे चरण के लिए वार्ता को टालने की कोशिश है।
मानवीय सहायता रोकना समझौते का उल्लंघन
फिलिस्तीनी ग्रुप ने कहा कि गाजा में मानवीय सहायता को रोकने का नेतन्याहू का फैसला "सस्ता ब्लैकमेल, युद्ध अपराध और समझौते के खिलाफ एक जबरदस्त उल्लंघन है।" बता दें कि हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर बड़ा हमला किया था। हमास के सदस्यों ने करीब 12,00 लोगों को मार दिया और 251 लोगों को बंधक बना लिया। इसके बाद इजरायल ने हमास के नियंत्रण वाली गाजा पट्टी पर हमले शुरू कर दिए। इजरायल के हमले में 48 हजार से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इजरायल के हमलों से गाजा की लगभग दो-तिहाई इमारतें क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गईं।