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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। इजरायल ने रविवार को गाजा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई को लेकर हमास से कतर में प्रस्तावित बातचीत के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया है। इजरायल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने बताया है कि हमास की 'अस्वीकार्य' बदलावों की मांग के बावजूद उन्होंने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। हमास चाहता था कि कतर, अमेरिका और मिस्र की मध्यस्थता वाली योजना में बदलाव हो।
हमास ने कहा- वार्ता के लिए तैयार
शुक्रवार की रात हमास ने कहा था कि उसने 60 दिन के संघर्ष विराम प्रस्ताव पर 'सकारात्मक प्रतिक्रिया' दी है और वह वार्ता के लिए तैयार है। हालांकि, एक फलस्तीनी अधिकारी ने कहा है कि हमास ने प्रस्ताव में संशोधन की मांग की है। इसमें यह गारंटी शामिल है कि अगर स्थाई संघर्ष विराम पर वार्ता नाकाम हो जाती है तो फिर से संघर्ष नहीं शुरू किया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के बीच शांति की उम्मीद
इजरायल ने गाजा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई को लेकर हमास के साथ कतर में प्रस्तावित बातचीत के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया। यह कदम इजरायल और गाजा के बीच चल रहे तनाव के बीच उठाया गया है, जिसमें दोनों पक्ष बातचीत के लिए इच्छुक हैं, हालांकि उनकी मांगें भिन्न हैं। अमेरिका और मिस्र की मध्यस्थता इस प्रयास में महत्वपूर्ण है। इन देशों की भागीदारी क्षेत्रीय स्थिरता और मानवीय चिंताओं को ध्यान में रखते हुए वार्ता को सुगम बनाने में मदद कर रही है, हालांकि ऐतिहासिक जटिलताओं के कारण सफलता अनिश्चित है।
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