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एच 1 बी वीजा और 50 प्रतिशत टैरिफ की मार के बीच जयशंकर की अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो से मुलाकात

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूसी तेल की खरीद पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाए जाने के बाद, रुबियो और जयशंकर के बीच यह पहली आमने-सामने की मुलाकात है। भारत पर कुल 50 फीसदी टैरिफ हो गया है। 

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Mukesh Pandit
S JaiShankar Meet mark Rubio

न्यूयॉर्क, वाईबीएन डेस्क।एच1बी वीजा पर भारी-भरकम टैक्स लगाए जाने की घोषणा के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने न्यूयटर्क में अपने अमेरिकी समकक्ष मार्क रुबियो से मुलाकात की। एस जयशंकर, संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 80वें उच्च-स्तरीय सत्र में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूसी तेल की खरीद पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाए जाने के बाद, रुबियो और जयशंकर के बीच यह पहली आमने-सामने की मुलाकात है। भारत पर कुल 50 फीसदी टैरिफ हो गया है। 

द्विपक्षीय संबंधों को लेकर दोनों के बीच चर्चा

अमेरिकी विदेश विभाग के सार्वजनिक कार्यक्रम के अनुसार, दोनों नेता न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र (यूएनजीए) से इतर मुलाकात दोनों विदेश मंत्रियों की मुलाकात हुई। बैठक के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने और अमेरिकी से चल रही व्यापार वार्ता को लेकर वार्ता हुई। अमेरिका मानना है कि भारत उनका पारपंरिक और सबसे करीबी दोस्त है। 

यूएनजीए के 80 वें सत्र में हिस्सा लेंगे एस जयशंकर 

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की मुलाकात काफी सौहार्दपूर्ण रही। हालांकि तत्काल बातचीत का विस्तृत विवरण नहीं मिला है। एस जयशंकर संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) का 80वां उच्च-स्तरीय सत्र में शामिल होंगे।

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उल्लेखनीय है कि भारत द्वारा रूसी तेल के निरंतर आयात के जवाब में, अगस्त में वाशिंगटन द्वारा भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाकर 50% करने के बाद, इन शीर्ष अधिकारियों के बीच यह पहली बैठक है। यह बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा आव्रजन नीति को सख्त बनाने के प्रयास में H-1B वीज़ा आवेदनों के लिए एक लाख डालर शुल्क लगाने की घोषणा के कुछ ही दिनों बाद हुई है। जयशंकर और रुबियो की आखिरी मुलाकात जुलाई में वाशिंगटन में हुई थी।

पीयूष गोयल व्यापार समझौते पर वार्ता का नेतृत्व करेंगे

इस बीच, भारत के व्यापार मंत्री पीयूष गोयल सोमवार को एक लंबे समय से लंबित व्यापार समझौते पर बातचीत के लिए वाशिंगटन में हैं। पिछले हफ़्ते, एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने व्यापार वार्ता के लिए भारतीय अधिकारियों से मुलाकात की, जिसे नई दिल्ली ने सकारात्मक और भविष्यदर्शी बताया। समाचार पत्रिका इंडिया टुडे ने बताया कि गोयल ने इस यात्रा से पहले कहा था कि भारत अपने कृषि क्षेत्र से समझौता नहीं करेगा, और उन्होंने किसी भी व्यापार वार्ता में किसानों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। 

अमेरिका और भारत के बीच व्यापार वार्ता मुख्य रूप से कृषि और डेयरी क्षेत्र को लेकर रुकी हुई है। यह गतिरोध अमेरिका की बाज़ार तक पहुँच बढ़ाने की माँग और भारत की अपनी विशाल कृषक आबादी, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक प्रमुख मतदाता वर्ग है, की रक्षा करने की आवश्यकता के बीच टकराव पैदा करता है। Jaishankar US visit | India America Trade | India-America relations | india america relationship

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