नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। PM Modi in Cyprus: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साइप्रस की राजधानी निकोसिया स्थित राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक औपचारिकताओं के साथ आधिकारिक स्वागत किया गया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस समारोह में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों की उपस्थिति रही। पीएम मोदी को सर्वोच्च सम्मान “ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारिओस” से नवाजा गया। प्रधानमंत्री मोदी के इस स्वागत समारोह को भारत और साइप्रस के मजबूत होते द्विपक्षीय संबंधों का प्रतीक माना जा रहा है। इस अवसर पर पीएम मोदी ने राष्ट्रपति और वहां की जनता के गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आभार जताया।
पीएम मोदी को साइप्रस की ओर से सुरक्षा नागरिक सम्मान
इस मौके पर पीएम मोदी को साइप्रस की ओर से सुरक्षा नागरिक सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया गया। पीएम मोदी ने इस सम्मान के लिए आभार जताते हुए कहा- यह भारत की जनता का सम्मान है। पीएम मोदी ने कहा- ये मेरा, नरेंद्र मोदी का सम्मान नहीं है। यह भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है, उनकी सामर्थ्य और आकांक्षा का सम्मान है। यह हमारे देश के भाईचारे और वसुधैव कुटंबकम की सोच का सम्मान है। मैं यह अवॉर्ड भारत और साइप्रस के मैत्रीपूर्ण संबंधों को, हमारे साक्षा मूल्यों को, और हमारी पारस्परिक समझ को समर्पित करता हूं। सभी भारतीयों की ओर से मैं इस सम्मान को पूरी विनम्रता के साथ स्वीकार करता हूं।
दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा मिलेगा- PM Modi
पीएम मोदी ने कहा- यह अवार्ड शांति, प्रभुता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता और हमारे लोगों की समृद्धि के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है। मैं इस सम्मान को भारत और साइप्रस के संबंधों के प्रति एक जिम्मेदारी के रूप में देखता हूं और उसी भाव से इस ग्रहण करता हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारी सक्रिय साझेदारी आने वाले समय में और भी नई ऊंचाईयों को छू लेगी। हम मिलकर न केवल अपने देशों के विकास को मजबूत करेंगे, बल्कि एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित वैश्विक वातावरण के निर्माण के लिए भी मिलकर योगदान करेंगे। मोदी के इस दौरे से दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा, साइबर सुरक्षा और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा की उम्मीद जताई जा रही है।
19 जून तक विदेश दौरे पर रहेंगे PM Modi
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 से 19 जून तक तीन देशों, साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया के विदेश दौरे पर रहेंगे। इस बहुप्रतीक्षित यात्रा को भारत के द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। जी-7 जैसे मंचों पर भारत की सक्रियता, उभरती प्रौद्योगिकियों और ऊर्जा मुद्दों पर भारत की भूमिका को वैश्विक स्तर पर दर्शाने का अवसर भी होगी।