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Raisina Dialogue आज से, PM Modi करेंगे उद्घाटन, 125 देश हिस्सा लेंगे

रायसीना डायलॉग भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर भारत का प्रमुख सम्मेलन है, जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने आने वाले सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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Dhiraj Dhillon
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
तीन दिवसीय “रायसीना डायलॉग” आज से शुरू होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन के 10वें संस्करण का उद्घाटन करेंगे। दरअसल रायसीना डायलॉग भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर भारत का प्रमुख सम्मेलन है, जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने आने वाले सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस सम्मेलन का विषय 'कालचक्र - लोग, शांति और ग्रह' है। सम्मेलन में 125 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस साल का आयोजन खास होने वाला है, जिसमें न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन, अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड और यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिहा जैसे प्रमुख नेता शामिल होंगे।

कौन-कौन होंगे शामिल

इस संवाद का आयोजन ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन द्वारा भारत के विदेश मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस सम्मेलन में मंत्री और पूर्व राष्ट्राध्यक्ष, सैन्य कमांडर और उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियां, प्रौद्योगिकी क्षेत्र के विशेषज्ञ और शिक्षाविद, पत्रकार और सामरिक मामलों के विद्वान, वैश्विक विचारक संस्थानों के विशेषज्ञ शामिल होंगे। अधिकारियों के मुताबिक, 20 देशों के विदेश मंत्रियों सहित कई प्रभावशाली नेता इस विचार-विमर्श का हिस्सा होंगे।

यूक्रेन और ताइवान की भागीदारी पर नजर

इस साल पहली बार ताइवान का एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ इस सम्मेलन में शामिल हो सकता है। यह भारत-ताइवान के बढ़ते सहयोग का प्रतीक माना जा रहा है। वहीं, यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिहा ऐसे समय में भारत आ रहे हैं जब अमेरिका रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए अस्थायी युद्धविराम की कोशिश कर रहा है।

न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री देंगे मुख्य भाषण

सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन मुख्य भाषण देंगे। इसके अलावा, स्लोवेनिया, लक्जमबर्ग, लातविया, मोल्दोवा, जॉर्जिया, स्वीडन, स्लोवाक गणराज्य, भूटान, मालदीव, नॉर्वे, थाईलैंड, एंटीगुआ और बारबुडा, पेरू, घाना, हंगरी, मॉरीशस, क्यूबा और फिलीपीन जैसे देशों के विदेश मंत्री इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। क्यूबा के उप प्रधानमंत्री मार्टिनेज डियाज और फिलीपीन के विदेश मंत्री एनरिक ए. मनालो भी इस आयोजन में उपस्थित रहेंगे।

वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका

रायसीना डायलॉग अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों पर विचार-विमर्श के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है। 17 से 19 मार्च तक चलने वाले इस 10वें सम्मेलन से भारत की कूटनीतिक पहल को मजबूती मिलेगी और वैश्विक सुरक्षा, आर्थिक नीति और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर नए दृष्टिकोण सामने आएंगे।
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