Advertisment

भूकंप से कांपा Russia का सुदूर पूर्व, 7.4 तीव्रता के झटकों के बाद सुनामी की चेतावनी जारी

रूस के सुदूर पूर्व में रविवार, 20 जुलाई को लगातार कई शक्तिशाली भूकंप आए, जिनमें सबसे तीव्र भूकंप 7.4 रिक्टर स्केल का था। पहले 5.0 और 6.7 तीव्रता के झटके महसूस किए गए, लेकिन 7.4 तीव्रता के भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई।

author-image
Ranjana Sharma
BeFunky-collage (7)
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: रूस के सुदूर पूर्वी तटीय क्षेत्र में रविवार, 20 जुलाई को एक के बाद एक कई शक्तिशाली भूकंपों ने धरती हिला दी। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, शुरुआत में 5.0 और 6.7 तीव्रता के झटके महसूस किए गए थे, लेकिन जब 7.4 तीव्रता का प्रचंड भूकंप आया, तो संभावित खतरे को देखते हुए सुनामी की चेतावनी जारी करनी पड़ी।

खतरनाक लहरें उठ सकती 

USGS ने कहा कि भूकंप का केंद्र प्रशांत महासागर में स्थित था, जो कामचटका प्रायद्वीप की राजधानी पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से लगभग 140 किलोमीटर पूर्व में रहा। चेतावनी के मुताबिक,भूकंप के केंद्र से 300 किलोमीटर के दायरे में आने वाले तटीय क्षेत्रों, खासकर पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की के आसपास, में खतरनाक लहरें उठ सकती हैं। एजेंसी ने आशंका जताई है कि रूस के तटीय इलाकों में 30 सेंटीमीटर से लेकर 1 मीटर (करीब 3.3 फीट) तक की लहरें उठ सकती हैं, जबकि जापान और अमेरिका के हवाई द्वीप में यह प्रभाव हल्का रह सकता है।

रूसी मंत्रालय ने भी जताई चिंता

Advertisment

रूस के आपात स्थिति मंत्रालय ने टेलीग्राम पर जानकारी दी कि कमांडर द्वीप समूह में 60 सेंटीमीटर और कामचटका प्रायद्वीप में 15 से 40 सेंटीमीटर तक की लहरें उठने की संभावना है।

बार-बार आ रहे झटके, वैज्ञानिकों की चेतावनी

USGS के अनुसार, प्रारंभिक झटकों के बाद भी कई आफ्टरशॉक्स महसूस किए गए, जिनमें एक बार फिर 6.7 तीव्रता का भूकंप भी शामिल रहा। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) ने भी पुष्टि की कि रविवार तड़के दो शक्तिशाली भूकंप आए, जिनकी तीव्रता क्रमशः 6.6 और 6.7 थी। दोनों की गहराई 10 किलोमीटर आंकी गई है, जो भूकंप को और भी ज्यादा खतरनाक बनाता है।

Advertisment

अब तक किसी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं

अब तक राहत की बात यह रही कि किसी के हताहत होने की खबर सामने नहीं आई है। हालाँकि, विशेषज्ञ स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।

भूकंपों का संवेदनशील क्षेत्र है कामचटका

Advertisment

कामचटका प्रायद्वीप, प्रशांत और उत्तरी अमेरिकी टेक्टोनिक प्लेटों के मिलन स्थल पर स्थित है, जो इसे भूकंप के लिहाज से अत्यधिक संवेदनशील बनाता है। 1900 के बाद से इस क्षेत्र में 8.3 या उससे अधिक तीव्रता के सात बड़े भूकंप आ चुके हैं।

इतिहास की सबसे बड़ी सुनामी भी यहीं आई थी

गौरतलब है कि 4 नवंबर, 1952 को इसी क्षेत्र में 9.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके कारण हवाई द्वीप पर 9.1 मीटर (30 फीट) ऊंची लहरें उठी थीं। हालांकि, उस वक्त भी किसी जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई थी। russia 

russia
Advertisment
Advertisment