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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: यूक्रेन पर जारी रूसी हमलों के बीच पोलैंडने दावा किया है कि उसके हवाई क्षेत्र में घुसे कई ड्रोन को नाटो सहयोगियों के साथ मिलकर मार गिराया गया है। इस घटना को रूस की जानबूझकर की गई सैन्य चुनौती माना जा रहा है। इसी बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने यूरोपीय देशों से एकजुट होकर इस खतरे का सामना करने की अपील की है। पोलिश पीएम डोनाल्ड टस्क ने भी देश की सुरक्षा स्थिति पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा है कि पोलैंड द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार खुले सैन्य संघर्ष के सबसे करीब पहुंच गया है। तुस्क ने स्पष्ट किया कि हालांकि अभी युद्ध के कगार पर नहीं हैं, लेकिन हालात अत्यंत खतरनाक हो चुके हैं और यह पूरे क्षेत्र के लिए गहरी चिंता का विषय है।
पोलिश प्रधानमंत्री का चेतावनी भरा बयान
पोलैंड के पीएम डोनाल्ड तुस्क ने देश की सुरक्षा स्थिति को लेकर गंभीर चिंता जताई है। संसद में बोलते हुए उन्होंने कहा कि पोलैंड द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार खुली सैन्य टकराव की स्थिति के सबसे करीब पहुंच गया है। पीएम टस्क ने स्पष्ट किया कि हालांकि वे यह नहीं कह रहे हैं कि देश युद्ध के कगार पर खड़ा है, लेकिन हालात में एक खतरनाक मोड़ आ चुका है। उन्होंने कहा कि मेरे पास यह कहने का कोई कारण नहीं है कि हम युद्ध के कगार पर हैं, लेकिन एक रेखा पार की गई है और यह स्थिति पहले की तुलना में अत्यधिक अधिक खतरनाक है। तुस्क ने चेताया कि मौजूदा स्थिति सामान्य तनाव से कहीं आगे बढ़ चुकी है और यह पूरे क्षेत्र के लिए गहरी चिंता का विषय है। उन्होंने दोहराया कि यह दौर पोलैंड को उस खुले संघर्ष की स्थिति के सबसे निकट ला चुका है जो देश ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद कभी नहीं देखी थी।
घुसपैठ की कड़ी निंदा की
पोलैंड के रक्षा मंत्री व्लादिस्लाव कोसिनियाक-कामिज ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि उनके देश के लड़ाकू विमानों ने इन 'होस्टाइल ऑब्जेक्ट्स' के खिलाफ हथियारों का इस्तेमाल किया। उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान पोलिश सेना लगातार नाटो कमांड के संपर्क में थी। यह घटना ऐसे समय हुई है जब रूस ने यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से विशेष रूप से पोलैंड सीमा से लगभग 80 किलोमीटर दूर स्थित ल्वीव शहर पर ताबड़तोड़ हमले किए। ऑपरेशनल कमांड के मुताबिक पोलिश सेना ने अपने हवाई क्षेत्र में लगभग एक दर्जन संदिग्ध ड्रोन देखे और उनमें से कई को मार गिराया गया। सेना ने इस घुसपैठ की कड़ी निंदा की है।
यूरोप के किसी देश की संप्रभुता का उल्लंघन अब बर्दाश्त नहीं
इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक विस्तृत बयान जारी करते हुए कहा कि अब तक करीब आठ रूसी ड्रोनों के पोलिश सीमा में प्रवेश की जानकारी मिली है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह घुसपैठ कोई तकनीकी भूल नहीं, बल्कि जानबूझकर उठाया गया कदम है। ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब रूसी ड्रोन ने पड़ोसी देशों की सीमा का उल्लंघन किया हो, लेकिन इस बार हमले कहीं अधिक संगठित और सुनियोजित प्रतीत हो रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यूक्रेन पोलैंड को आवश्यक तकनीकी जानकारी मुहैया कराने और सुरक्षा प्रणाली मजबूत करने में हर संभव सहयोग के लिए तैयार है। अंत में, उन्होंने यूरोपीय देशों से अपील की कि वे रूस की इस आक्रामक कार्रवाई का मिलकर और सख्ती से जवाब दें। जेलेंस्की ने कहा कि रूस को यह स्पष्ट संदेश मिलना चाहिए कि यूरोप के किसी देश की संप्रभुता का उल्लंघन अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसका जवाब सभी साझेदार देशों की ओर से ठोस और सामूहिक रूप में दिया जाएगा।
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इनपुट- आईएएनएस