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एससीओ समिट में रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र न होने पर यूक्रेन नाराज, रूस बोला-संकट के कारण को समाप्त करें

 यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने तियानजिन में हुई एससीओ की बैठक के परिणामों को ध्यान में रखते हुए कहा कि इस सम्मेलन के मुख्य दस्तावेज, 20 पेज के तियानजिन घोषणा पत्र में रूस के यूक्रेन पर युद्ध का जिक्र न होना बहुत ही आश्चर्यजनक और नकारात्मक संकेत है।

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Mukesh Pandit
putin jalenckey
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कीव/मास्को, वाईबीएनडेस्क। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के बाद कहा कि यूक्रेन में स्थायी शांति के लिए "सुरक्षा क्षेत्र में एक उचित संतुलन" भी बहाल किया जाना चाहिए, जो नाटो और यूरोपीय सुरक्षा के बारे में रूस की कई मांगों का संक्षिप्त रूप है।रूस वर्तमान में यूक्रेन के लगभग पांचवें हिस्से पर नियंत्रण रखता है। उधर, यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने तियानजिन में हुई शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक के परिणामों को ध्यान में रखते हुए कहा कि इस सम्मेलन के मुख्य दस्तावेज, 20 पेज के तियानजिन घोषणा पत्र में रूस के यूक्रेन पर युद्ध का जिक्र न होना बहुत ही आश्चर्यजनक और नकारात्मक संकेत है। 

यूक्रेन को नियंत्रण में लेने की कोशिश बंद करे पश्चिम

शिखर सम्मेलन में बोलते हुए, पुतिन ने कहा था कि पश्चिम ने यूक्रेन को अपने नियंत्रण में लाने की कोशिश की और फिर पूर्व सोवियत गणराज्य को अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो सैन्य गठबंधन में शामिल करने की कोशिश की। पुतिन ने कहा कि, यूक्रेनी समझौते को टिकाऊ और दीर्घकालिक बनाने के लिए, संकट के मूल कारणों को, जिनका ज़िक्र किया है और जिनका मैंने पहले भी बार-बार ज़िक्र किया है, समाप्त किया जाना चाहिए।"पुतिन ने कहा, "सुरक्षा क्षेत्र में एक उचित संतुलन" भी बहाल किया जाना चाहिए, जो नाटो और यूरोपीय सुरक्षा के बारे में रूस की कई मांगों का संक्षिप्त रूप है।

रूस दुनिया को दो हिस्सों में बांटना चाहता है

उधर, यूक्रेन का कहना है कि बिना रूस की आक्रामकता का न्यायसंगत अंत किए, हम वैश्विक विकास, अंतरराष्ट्रीय शांति-सुरक्षा, संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों का पालन और विश्व के विभिन्न क्षेत्रों के बीच व्यापारिक संबंधों के स्थिर विकास की बात नहीं कर सकते। यूक्रेन ने इस बात पर जोर दिया है कि एससीओ समिट के बयान में रूस-यूक्रेन युद्ध का उल्लेख न होना, मास्को के कूटनीतिक प्रयासों की असफलता का परिचायक है। रूस कोशिश कर रहा था कि विश्व को इस युद्ध को लेकर दो हिस्सों में बांट दे और यह धारणा बनाई जाए कि यूरोप और उत्तरी अमेरिका के बाहर के देशों में रूस की आक्रामकता को लेकर सकारात्मक सोच है। लेकिन इस बार रूस की यह चाल कामयाब नहीं हो पाई।

संयुक्त राष्ट्र चार्टर के नियमों का पालन हो

यूक्रेन ने पुनः सभी शांति शांतिप्रिय देशों से अपील की है कि वे रूस की आक्रामकता का आकलन करते समय अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के नियमों का पालन करें। यूक्रेन ने चीन की महत्वपूर्ण भूराजनीतिक भूमिका को ध्यान में रखते हुए बीजिंग से आग्रह किया है कि वह यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए अधिक सक्रिय भूमिका निभाए। यह शांति तभी संभव होगी जब सभी पक्ष संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों का सम्मान करें। : SCO Summit 2025 | putin | putin trump | Putin latest news | End of Ukraine war | NATO Ukraine news 

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