तेहरान, आईएएनएस। ईरान के दक्षिणी होर्मोज्गान प्रांत में एक बंदरगाह पर हुए विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि घटना का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। आधिकारिक इरना समाचार एजेंसी ने कहा कि विस्फोट और उसके बाद लगी आग में घायल हुए लोगों की संख्या 800 तक पहुंच गई है, जबकि छह लोग अभी भी लापता हैं।
क्लोज-सर्किट कैमरों से प्राप्त फुटेज से दावा
अर्ध-सरकारी तस्नीम समाचार एजेंसी ने रविवार को होर्मोजगन के गवर्नर मोहम्मद अशौरी तजियानी के हवाले से कहा, घटनास्थल पर लगे क्लोज-सर्किट कैमरों से प्राप्त फुटेज में स्थानीय समयानुसार दोपहर 12:05 बजे बंदरगाह के एक क्षेत्र में कई कंटेनरों के पास सीमित मात्रा में आग लगी दिखाई दी, जो फिर फैल गई और लगभग 90 सेकंड बाद बड़े विस्फोट का कारण बनी।
सार्वजनिक शोक की भी घोषणा
उन्होंने घातक विस्फोट के बाद प्रांत में तीन दिनों के सार्वजनिक शोक की भी घोषणा की।राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संगठन के प्रवक्ता होसैन जफरी ने शनिवार को अर्ध-सरकारी फ़ार्स समाचार एजेंसी को बताया कि बंदरगाह पर एक कंटेनर में रासायनिक पदार्थों के कारण विस्फोट हो सकता है।
जल्दबाजी में अटकलें" लगाने के खिलाफ चेतावनी
हालांकि, ईरानी सरकार की प्रवक्ता फतेमेह मोहजेरानी ने उसी दिन संबंधित अधिकारियों द्वारा अपनी जांच पूरी करने से पहले घटना के कारण के बारे में किसी भी "जल्दबाजी में अटकलें" लगाने के खिलाफ चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अब तक जो पुष्टि हुई है, वह बंदरगाह के एक कोने में कंटेनरों की मौजूदगी है, जिसमें संभवतः रासायनिक पदार्थ हो सकते हैं।
विदेशी मीडिया की अफवाहों को किया खारिज
बंदरगाह पर सैन्य शिपमेंट की मौजूदगी के बारे में विदेशी मीडिया की अफवाहों को खारिज करते हुए, ईरान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता रेजा तलाई-निक ने कहा कि जांच और उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर, विस्फोट वाले क्षेत्र में ईंधन या सैन्य उपयोग से संबंधित कोई आयातित या निर्यातित शिपमेंट नहीं था। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने शनिवार को स्थिति के आकलन के लिए गृहमंत्री एस्कंदर मोमेनी को मौके पर भेजा।