/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/11/sushila-karki-2025-09-11-10-23-06.jpg)
'मोदी जी को नमस्कार करती हूं': जानें सुशीला कार्की ने India पर और क्या कहा? | यंग भारत न्यूज Photograph: (X.com)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की जो अब अपने देश की कमान संभालने जा रही हैं। उन्होंने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नेपाल को मुश्किल से निकालने में भारत की मदद महत्वपूर्ण होगी। उनके इस बयान ने नेपाल और भारत के संबंधों में एक नई जान फूंक दी है, जिससे भविष्य में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ने की उम्मीद है।
नेपाल इस वक्त एक बड़े राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। इस बीच, पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की ने देश की बागडोर संभालने की जिम्मेदारी ली है। नेपाल के राजशाही के खत्म होने के बाद, यह पहली बार है जब कोई महिला इस तरह की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उनकी नियुक्ति को एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
भारत पर खुलकर बोलीं सुशीला कार्की
भारत के साथ संबंधों पर भी खुलकर बात करते हुए सुशीला कार्की ने नेपाली मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "मैं पीएम मोदी को नमस्कार करती हूं। भारत के साथ नेपाल के संबंध हमेशा से ही मजबूत रहे हैं और भविष्य में भी रहेंगे। हम भारत की मदद से अपने देश को इस संकट से बाहर निकालेंगे।"
उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब नेपाल आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता से गुजर रहा है। नेपाल की नई नेता का यह बयान दोनों देशों के बीच गहरी दोस्ती और विश्वास को दिखाता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि सुशीला कार्की का भारत की ओर झुकाव नेपाल के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह न केवल दोनों देशों के बीच व्यापारिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि नेपाल के विकास में भी भारत की भूमिका को और बढ़ाएगा।
दशकों से नेपाल का मददगार रहा है भारत
दशकों से, भारत ने नेपाल को हर मुश्किल में मदद दी है और इस बार भी यह उम्मीद की जा रही है कि भारत नेपाल की मदद में आगे रहेगा।
सुशीला कार्की का मानना है कि दोनों देशों की साझा संस्कृति, इतिहास और भौगोलिक निकटता उन्हें हमेशा करीब लाती है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में रह रहे नेपाली लोगों का योगदान भी सराहनीय है और वे दोनों देशों के बीच सेतु का काम करते हैं।
सुशीला कार्की ने यह भी संकेत दिया कि नेपाल में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने में भी भारत की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। उनके बयान से यह साफ है कि नेपाल भारत के साथ अपने पारंपरिक संबंधों को प्राथमिकता देना चाहता है।
अब देखना यह है कि कार्की की यह पहल दोनों देशों के संबंधों को कितनी मजबूती देती है और क्या नेपाल इस संकट से बाहर निकल पाएगा।
Nepal Political Crisis 2025 | Sushila Karki India Statement | Gen Z Movement Nepal | Nepal India Relations