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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को 30 अरब डॉलर की मदद देने की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है। सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया में ट्रंप ने इन खबरों को "फेक न्यूज मीडिया का एक और बीमार दुष्प्रचार" बताया और कहा कि उन्होंने ऐसा कोई प्रस्ताव न तो कभी सुना और न ही कभी इसका समर्थन किया। ट्रंप ने लिखा, “फेक न्यूज मीडिया में वो घटिया इंसान कौन है जो यह कह रहा है कि 'राष्ट्रपति ट्रंप ईरान को 30 अरब डॉलर देना चाहते हैं ताकि वह गैर-सैन्य परमाणु सुविधाएं बना सके'? यह एक बेहूदी और झूठी बात है जो मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए फैलाई जा रही है।
अमेरिका ईरान के साथ एक नए समझौते की तैयारी कर रहा
दरअसल कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि ट्रंप प्रशासन ईरान पर लगे प्रतिबंधों में ढील देने और उसे 30 अरब डॉलर की सहायता देने की योजना पर विचार कर रहा है। इस सहायता का उद्देश्य ईरान के नागरिक परमाणु कार्यक्रम को बढ़ावा देना बताया गया था। रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया कि अमेरिका ईरान के साथ एक नए समझौते की तैयारी कर रहा है, जिससे बातचीत की राह खोली जा सके। इन अटकलों के बीच ट्रंप ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्होंने कभी इस तरह की किसी योजना पर काम नहीं किया है। उनका यह बयान वायरल अफवाहों पर विराम लगाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
हमले में ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट
गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिका ने ईरान की तीन प्रमुख परमाणु साइट्स – फोर्डो, नतांज और इस्फहान – पर हमले किए थे। ट्रंप का दावा था कि इन हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट कर दिया है, हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि साइट्स को गंभीर नुकसान तो हुआ है लेकिन वे पूरी तरह तबाह नहीं हुई हैं। ईरान पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण है और वह परमाणु अप्रसार संधि (NPT) के तहत संवर्धन का अधिकार रखता है। वहीं, अमेरिका की ओर से ईरान के संवर्धन कार्यक्रम पर रोक की मांग को लेकर तेहरान असहमति जता चुका है। donald trump