यूक्रेन, वाईबीएन नेटवर्क।
यूक्रेन का सूमी शहर एक बार फिर रूसी हमलों की भयानक आग में झुलस गया। जब लोग Palm Sunday की प्रार्थना में जुटे थे, उसी वक्त रूस की ओर से दागी गई बैलिस्टिक मिसाइलों ने सब कुछ तबाह कर दिया। इस दर्दनाक हमले में 20 से ज्यादा लोगों की जान चली गई, जबकि दर्जनों घायल हैं।
सूमी में मातम, मिसाइलों की मार से कांपा शहर
रविवार का दिन यूक्रेन के सूमी शहर के लिए खौफनाक बन गया। लोग चर्च में Palm Sunday का पर्व मना रहे थे, तभी रूस ने ताबड़तोड़ मिसाइलें दाग दीं। चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। खून से सनी सड़कें, टूटी हुई इमारतें और रोते-बिलखते लोग, हर तरफ तबाही का मंज़र था। कार्यवाहक महापौर अर्टेम कोबजर ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा, “Palm Sunday के दिन हमारे लोगों को भयानक त्रासदी का सामना करना पड़ा है। 20 से अधिक मौतें हुई हैं।”
घायल अस्पतालों में, पर हालात अब भी तनावपूर्ण
हमले के बाद दर्जनों घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। अभी तक कितने लोग गंभीर रूप से घायल हैं, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। प्रशासन ने पूरे इलाके को सील कर दिया है और राहत व बचाव दल मौके पर जुटे हुए हैं।
तीन साल की जंग और बेकसूरों की लाशें
करीब तीन साल से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध में अब तक हजारों नागरिक अपनी जान गंवा चुके हैं। कई शहर मलबे में तब्दील हो चुके हैं। सूमी का ये ताजा हमला बता रहा है कि युद्ध का कोई ‘सीमित दायरा’ नहीं बचा अब त्योहार, धार्मिक आयोजन और आम जिंदगी सब निशाने पर हैं।
राजनयिक गतिरोध और ‘शांति समझौते’ की धज्जियाँ
हमले से ठीक एक दिन पहले रूस और यूक्रेन के शीर्ष राजनयिकों के बीच अमेरिका की मध्यस्थता में ऊर्जा इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हमले रोकने को लेकर बातचीत हुई थी। लेकिन यह हमला उस संभावित समझौते पर भी सवाल खड़े कर गया। दोनों पक्ष अब एक-दूसरे पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं।
दुनिया चुप, सूमी कराह रहा है
जहां एक ओर यूक्रेन में जंग से जिंदगियां तबाह हो रही हैं, वहीं दूसरी तरफ वैश्विक मंचों पर इस युद्ध के समाधान को लेकर कोई ठोस पहल नहीं दिख रही। सूमी का ताज़ा हमला दुनिया को झकझोरने के लिए काफी है।