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बेंगलुरु, वाईबीएन स्पोर्ट्स। 3 मई को चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का मैच विवादों में गया है। इस में फिक्सिंग के आरोप लग रहे हैं। दरअसल, ये पूरा विवाद चेन्नई के बल्लेबाज डेवाल्ड ब्रेविस के आउट होने के बाद खड़ा हुआ। Ipl Ipl2025 | IPL controversy Ipl Ipl2025
अंपायर ने नहीं दिया DRS
दरअसल लुंगी एंगिडी की लुंगी एंगिडी की फुलटॉस गेंद सीधे ब्रेविस के पैर पर लगी।जिस पर अपील के बाद मैदानी अंपायर ने आउट दिया, मगर ब्रेविस ने जडेजा से पूछने के बाद DRS का इशारा किया तो अंपायर ने उनको बताया कि रिव्यू लेने का 15 सेकंड का टाइम समाप्त हो चुका है। इससे ब्रेविस गुस्से में पवेलियन लौट गए, क्योंकि मैच की स्क्रीन पर DRS टाइमर दिखाया ही नहीं गया। Ipl Ipl2025 | csk vs rcb
लेग स्टंप को मिस कर रही थी बॉल
इस विवाद की एक वजह और भी है। इस मैच में नितिन मेनन अंपायरिंग कर रहे थे। नितिन को काफी अनुभवी अंपायर माना जाता है। वे इंटरनेशनल मैच में भी अंपायरिंग करते हैं। लोग इस बात को हजम नहीं कर पा रहे हैं कि अंपायर इतनी बड़ी गलती कैसे कर सकता है। जबकि साफ-साफ दिख रहा है कि बॉल लेग स्टंप को मिस कर रही है। हालांकि बाद में यही रिप्ले में भी यही दिख रहा था।
अनिल चौधरी ने ब्रेविस को बताया दोषी
इस पूरे मामले पर बात करते हुए अनुभवी अंपायर अनिल चौधरी ने कहा कि यह बल्लेबाज का काम है वह देखें और जब पांच सैकंड बचते हैं, तब भी अंपायर बताते हैं कि पांच सैकंड और है। यह जरूर बताया गया होगा और यह कम्यूनिकेशन गैप नही होता, बल्कि यह तो प्रोटोकॉल है कि पांच सैकंड बचने पर भी अंपायर को इशारा करना होता है कि बल्लेबाज देख ले
अनिल चौधरी ने आगे कहा-
शायद वह भागने में बिजी थी।जब से डीआरएस आया है, तब से मैंने यह पहली बार देखा है कि लोग आउट होने के बावजूद भाग रहे हैं ।आउट देने के बाद तो बॉल डेड होती है. भागने का कोई मतलब नहीं है। वह रन किसी भी तरह नहीं माने जाते। डीआरएस में नॉटआउट भी होता, तब भी यह रन माने नहीं जाते। बल्लेबाजों ने भागकर अपना समय खराब किया और वह अंपायर का कम्यूनिकेशन सुन ही नहीं पाए। हां बिग स्क्रीन पर नहीं आया, यह प्लेयर्स के लिए थोड़ा कंफ्यूजिंग पार्ट था।
बिग स्क्रीन पर क्यों नही आया
यह चिंता की बात है कि बिग स्क्रीन पर क्यों नही आया। यह अंपायर नहीं गलती नहीं है।बिग स्क्रीन को चलाने के लिए एक अलग ऑपरेटर होता है, उसकी गलती है। प्लेयर्स की थोड़ी खराब किस्मत रही।उन्हें नहीं दिखा तो उन्हें ब्लेम नहीं कर सकते। यह टीवी अंपायर और मैदानी अंपायर ने चर्चा की ।प्लेयर्स को बताया और अंपायर्स का फैसला ही फाइनल होता है और वह माना जाएगा और वही हुआ होगा।
पहले भी अंपायरिंग पर उठ चुके हैं सवाल
इससे पहले मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स के मैच में अंपायरिंग पर सवाल उठे थे। उस मैच में फजलक फारुकी जब गेंदबाजी कर रहे थे। तब अंपायर ने रोहित को आउट करार दिया। रोहित शर्मा अंपायर के इस फैसले से नाखुश नजर आए। वह डीआरएस लेना चाहते थे। लेकिन समय निकलता जा रहा था और रोहित साथी खिलाड़ी से बात करते दिखाई दे रहे थे। लेकिन जब 1 सेकेंड के बाद स्क्रीन पर 0 दिखा तो रोहित ने डीआरएस का इशारा कर दिया।