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नई दिल्ली, वाईबीएन स्पोर्ट्स।17 अप्रैल को मुम्बई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच आईपीएल मैच खेला गया। इस मैच में मुम्बई इंडियंस ने 4 विकेट से जीत दर्ज की। ये मैच एक अलग वजह से चर्चा में आ गया है। दरसअल, मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेले गए मैच में इसी तरह का एक नियम आड़े आ गया जब जीशान अंसारी को विकेट मिलते-मिलते रह गया, जिस पर वरुण चक्रवर्ती ने नाराजगी जाहिर की।
रियान रिकल्टन के नॉटआउट से मचा बवाल
यह पूरा घटनाक्रम मुंबई इंडियंस की पारी के दौरान हुआ। सातवां ओवर सनराइजर्स हैदराबाद के जीशान अंसारी फेंक रहे थे। ओवर की पांचवीं गेंद पर मुंबई के बल्लेबाज रयान रिकेल्टन ने कवर की दिशा में जोरदार शॉट खेला, जिसे पैट कमिंस ने अपनी दाहिनी ओर डाइव लगाकर शानदार तरीके से लपक लिया। रयान आउट होकर पवेलियन लौट ही रहे थे और सीढ़ियां चढ़ने वाले थे कि तभी चौथे अंपायर ने उन्हें रोक लिया। दरअसल, यह गेंद नो बॉल थी। जीशान के गेंद डालते वक्त सनराइजर्स के विकेटकीपर हेनरिक क्लासेन के दस्ताने स्टंप्स की लाइन से आगे थे, जो नियमों के खिलाफ है। रिप्ले में यह साफ नजर आया, जिसके बाद रयान रिकेल्टन को नॉट आउट करार दिया गया और मुंबई को जीवनदान मिला।
वरुण चक्रवर्ती ने उठाए सवाल
कोलकाता के लेग स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने इस नियम को लेकर बीसीसीआई पर निशाना साधा है। उनको एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, अगर कीपर का ग्लव्स स्टंप के आगे आ जाता है तो इसे डेड बॉल देना चाहिए। और साथ में कीपर को ऐसा नहीं करने की वॉर्निंग देनी चाहिए। ऐसी स्थिति में नो बॉल और फ्री हिट नहीं देना चाहिए. इसमें बॉलर की क्या गलती है. जरा गौर से सोचिए। आपका क्या मानना है?
If the keeper's gloves come in front of the stumps, it should be a dead ball and a warning to the keeper so that he doesn't do that again !!! Not a no ball and a free hit!! What did the bowler do🙄🙄
— Varun Chakaravarthy🇮🇳 (@chakaravarthy29) April 17, 2025
Thinking out loud!! What do u all think???
क्या कहता है बीसीसाआई का नियम ?
यह सब हुआ MCC के नियम 27.3.1 के चलते. तीसरे अंपायर का ध्यान एसआरएच के विकेटकीपर हेनरिक क्लासेन के ग्लव्स की पोजीशन पर था। यह नियम कहता है कि “विकेटकीपर को गेंद खेलने के क्षण से लेकर तब तक पूरी तरह से स्ट्राइकर के छोर की विकेट के पीछे रहना चाहिए जब तक गेंद बल्ले या बल्लेबाज को न छू ले, या विकेट पार न कर जाए या बल्लेबाज रन की कोशिश न करे.” नियम 27.3.2 यह भी जोड़ता है कि “अगर विकेटकीपर इस नियम का उल्लंघन करता है, तो अंपायर को नो-बॉल का संकेत देना चाहिए।”