झारखंड, वाईबीएन नेटवर्क।
झारखंड के सबसे बड़े गैंगस्टर अमन साहू का अंत हो गया है। आतंक का पर्याय बन चुके अमन साहू को झारखंड एटीएस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इस ऑपरेशन को लीड किया एनकाउंटर स्पेशलिस्ट DSP प्रमोद कुमार सिंह उर्फ पीके सिंह ने जो अपराधियों के लिए काल माने जाते हैं।
ऐसे हुआ एनकाउंटर
मंगलवार (11 मार्च 2025) को रायपुर जेल से रांची लाते समय अमन साहू ने पुलिस को चकमा देकर भागने की कोशिश की। पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र में उसने एक पुलिसकर्मी से इंसास राइफल छीनकर फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें एक जवान घायल हो गया। लेकिन इसके बाद DSP पीके सिंह ने अपनी टीम के साथ घेराबंदी कर उसे मौके पर ही ढेर कर दिया।
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कौन हैं एनकाउंटर स्पेशलिस्ट DSP पीके सिंह
2006 में नावाडीह थाने से की थी पुलिस करियर की शुरुआत।
धनबाद के बैंक मोड़ थाना प्रभारी रहते हुए कई अपराधियों का एनकाउंटर किया।
2022 में मुथूट फाइनेंस डकैती में लुटेरों को मौके पर ही मार गिराया।
अब तक कई बड़े गैंगस्टर्स को खत्म कर चुके हैं।
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एनकाउंटर से अपराधियों में दहशत
अमन साहू की मौत के बाद झारखंड के अपराध जगत में हड़कंप मच गया है। DSP पीके सिंह का नाम सुनते ही बदमाश थर-थर कांपते हैं। उन्होंने अपने करियर में कई कुख्यात अपराधियों का सफाया किया है, और अब अमन साहू उनके निशाने पर था।