नई दिल्ली,वाईबीएन डेस्क। उत्तरप्रदेश सरकार चिकित्सा विभाग में नई भर्ती की योजना पर विचार कर रही है। इसके तहत आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज समेत इनसे जुड़े अस्पतालों नियुक्ति की जाएगी। प्रमुख सचिव रंजन कुमार के मुताबिक इन संस्थानों में निदेशक, उप निदेशक, प्राचार्य, प्रोफेसर, लेक्चरर, चिकित्साधिकारी, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट, मैट्रन और रीडर समेत कई पदों के लिए सरकारी नौकरी की भर्तियां होंगी।
जल्द जारी होंगे विज्ञापन
मुख्यमंत्री के निर्देश पर आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी चिकित्सा संस्थानों में खाली पदों को भरने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत प्रोफेसर, लेक्चरर और चिकित्साधिकारी जैसे शैक्षणिक और चिकित्सा पदों पर नियुक्ति की जाएगी। सरकारी सूत्रों के अनुसार, कई पदों के लिए अधियाचन पहले ही भेजा जा चुका है, जबकि शेष पदों का अधियाचन जल्द ही भेजा जाएगा। भर्ती प्रक्रिया के तहत स्टाफ नर्स, चीफ फार्मासिस्ट, फार्मासिस्ट, मैट्रन, सहायक औषधि नियंत्रक, उप निदेशक, प्राचार्य, प्रवक्ता के पदों पर भी विज्ञापन जारी किए जाएंगे। सरकार का उद्देश्य इन भर्तियों के जरिए आयुष सेवाओं को और अधिक सशक्त और सुलभ बनाना है।
हजारों रिक्त पदों को भरने की तैयारी
आयुष विभाग के आंकड़ों के अनुसार, आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी चिकित्सा सेवाओं में हजारों पद लंबे समय से रिक्त पड़े हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ रहा है। आयुर्वेद चिकित्सा सेवा के लिए कुल 7,233 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 3,025 पद खाली हैं। यूनानी चिकित्सा सेवा में 462 स्वीकृत पदों में से 161 पद रिक्त हैं। होम्योपैथिक चिकित्सा सेवा में 3,818 स्वीकृत पदों में से केवल 2,654 पदों पर ही तैनाती हो सकी है।
प्रमुख सचिव रंजन कुमार ने बताया कि इन रिक्तियों को भरने के लिए प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। प्रोन्नति, सीधी भर्ती, लेखा और वित्तीय संगर्व तथा पीएसएस संवर्ग के माध्यम से नियुक्तियां की जाएंगी। सरकार का उद्देश्य आयुष सेवाओं को मजबूत बनाना और मरीजों को समय पर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है।