लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। ईद उल अजहा यानी बकरीद पर संभावित गौहत्या को लेकर धार्मिक संगठनों की प्रतिक्रियाएं तेज हो गई हैं। इसी कड़ी में अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि कि प्रदेश में कहीं भी गोहत्या की घटना सामने आई तो संगठन सड़क पर उतरकर कड़ा विरोध करेगा। उन्होंने यूपी सरकार से मांग की कि गोतस्करों का सीधे एनकाउंटर किया जाए।
अवैध रूप से दी जाती है गायों की कुर्बानी
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने सरकार से सीधे तौर पर मांग की कि गोतस्करों के खिलाफ 'एनकाउंटर नीति' अपनाई जाए और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि हर साल बकरीद के मौके पर कई स्थानों पर अवैध रूप से गायों की कुर्बानी दी जाती है, जो न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि यह सनातन धर्म के अनुयायियों की आस्था का अपमान भी है।
धर्म और कानून दोनों का उल्लंघन
हिंदू महासभा प्रवक्ता ने कहा कि गोहत्या भारत के कई राज्यों में कानूनन अपराध है, लेकिन फिर भी त्योहारों के समय इसे नजरअंदाज किया जाता है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से अपील की कि बकरीद से पहले सभी जिलों में पुलिस प्रशासन को सतर्क किया जाए और विशेष निगरानी दल तैनात किए जाएं, ताकि किसी भी प्रकार की अवैध पशु कटान की गतिविधि रोकी जा सके। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन सख्ती नहीं दिखाता है तो हिंदू महासभा खुद मैदान में उतरेगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग सनातन धर्म का अपमान करेंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। देश में गाय केवल एक पशु नहीं, बल्कि मां के समान पूजनीय है।
गौसंवर्धन और सनातन सम्मान की बात
प्रवक्ता ने आगे कहा कि हिंदू समाज केवल विरोध नहीं कर रहा, बल्कि समाज में गौसंवर्धन और गौसंरक्षण की भावना को मजबूत करना चाहता है। उनका कहना था कि गाय हमारी संस्कृति की आत्मा है और इसकी रक्षा करना केवल सरकार की नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
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