Advertisment

Ayodhya News: रामदरबार में श्रद्धालुओं को जल्द मिलेंगे दर्शन : चंपत राय

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है क‍ि राम दरबार की स्थापना हो चुकी है लेकिन रामदरबार में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को अभी इंतजार करना होगा। यह 20 फीट ऊपर बनाया गया है और अभी लिफ्ट लगाने का कार्य जारी है।

author-image
Vivek Srivastav
अयोध्‍या नगरी

रामदरबार का अलौकिक दृश्य। Photograph: (वाईबीएन )

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने राम दरबार की स्थापना के बाद शुक्रवार को कारसेवकपुरम में प्रेसवार्ता कर कहा कि राम दरबार में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा, क्‍योंकि यह 20 फीट ऊपर बनाया गया है, जिसमें 40 सीढ़ियां हैं। जिन पर चढ़ना होगा। ऐसे में बुजुर्ग श्रद्धालु सीढ़ी नहीं चढ़ सकते हैं। उन बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए लिफ्ट बनाई जा रही है, जिसका काम लार्सन टुब्रो कर रहा है। लिफ्ट बनने में लगेगा समय। उन्‍होंने कहा कि राम मंदिर में 8 मंदिरों में तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई। 3 और 4 जून को 12-12 घंटे पूजन किया गया। राम मंदिर की यज्ञशाला में कुल 9 कुंड बनाए गए, जिनमें आहुतियां डाली गईं। हर एक कुंड पर दो दो गृहस्थ कार्यकर्ताओं को यजमान बनाकर पूजन संपन्न कराया गया। सभी गृहस्थ यजमान अयोध्या नगर के थे। पूजन में दो-दो संत भी शामिल रहे।

Advertisment

मंदिर निर्माण कार्य में लगे लोग भी पूजन में शामिल

टाटा लार्सन एंड टुब्रो, सोनपुरा और पत्थर की नक्काशी करने वाले कारीगर के साथ मूर्ति निर्माता को भी निमंत्रण दिया गया था। शिवलिंग समर्पित करने वाले और राम दरबार का निर्माण करने वाले कारीगर भी पूजन में शामिल हुए। राम दरबार का निर्माण सत्यनारायण पांडेय ने किया है। शेषावतार मंदिर का निर्माण जयपुर के कारीगर केशव द्वारा किया गया। उन्हें भी आमंत्रित किया गया था। मध्य प्रदेश के साधु नर्मदानंद महाराज पूजन में शामिल हुए। उनकी प्रेरणा से शिवलिंग आया था। 

बरसात बीतने के बाद संभवतः दर्शन संभव  

Advertisment

अयोध्‍या(Ayodhya) में राम मंदिर ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने कहा कि अभी राम भक्तों को परकोटा और राम दरबार में दर्शन के लिए इंतजार करना पड़ेगा। परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं। बरसात बीतने के बाद जनता संभवतः दर्शन कर सकेगी। मंदिर परिसर में निर्माण कार्य और मशीनों का मूवमेंट चल रहा है। प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम बाद यह कह सकते हैं कि निर्माण कार्य अब पूर्णता की तरफ है। मंदिर का आखिरी काम मंदिर के शिखर पर ध्वज का लगाया जाना है। मौसम अनुकूल होने पर मंदिर में ध्वजारोहण का कार्यक्रम संपन्न किया जायेगा। संभवतः अक्टूबर और नवंबर में मंदिर के शिखर पर ध्वज लगाया जा सकता है। तब तक मंदिर के छोटे-मोटे कार्य पूर्ण हो जाएंगे। 

लिफ्ट बनाने के काम में समय लग रहा 

परकोटा में मंदिरों के दर्शन में रामभक्तों को अभी थोड़ा धैर्य रखना होगा। उन्‍होंने कहा कि 20 फीट ऊंचाई पर राम दरबार है। लगभग 40 सीढ़ियों को चढ़कर ऊपर जाना होगा। ऊपर जाने के लिए जो न्यूनतम आवश्यकता है। उसका अभी अभाव है। लिफ्ट बनने में समय लगेगा। लिफ्ट लगाए जाने का कार्य चल रहा है, जिसका हम इंतजार कर रहे हैं। अभी कुछ अन्य भी सुरक्षा के मानक हैं। अधूरे, मंदिर के चारों ओर लोहे की पाइप लगी है। फ्रेम स्ट्रक्चर खड़ा है। जिस पर मजदूर चढ़कर जाते हैं। ऊपर परकोटा और राम मंदिर में दर्शन की अभी समय अवधि निश्चित नहीं की जा सकती है। भक्तों को रामदरबार में जल्द दर्शन मिले, यही हमारा प्रयास है। वहीं, चंपत राय ने पर्वतारोही नरेंद्र सिंह यादव को सम्मानित किया, जो रामकाज के लिए सोममनाथ गुजरात से 36 दिनों में 18 सौ किमी. की दूरी तय कर पैदल दौड़कर लगाकर अयोध्या पहुंचे हैं। उनके नाम कुल 28 विश्व रिकॉर्ड है। प्रेसवार्ता में विहिप प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा भी मौजूद रहे।

Advertisment

यह भी पढ़ें : UP News: अब बॉलीवुड के सहारे अखिलेश का योगी सरकार पर हमला!

यह भी पढ़ें : UP News: सीएम योगी को अखिलेश ने दी जन्‍मदिन पर सियासी बधाई, लोगों को रास न आई

यह भी पढ़ें : बख्शे नहीं जाएंगे गरीबों की जमीन हड़पने वाले : सीएम योगी

Advertisment

यह भी पढ़ें : Electricity : मेट्रो सिटी में बिजली आपूर्ति कभी भी हो सकती है ठप, गाजीपुर इलाके में आज 5 घंटे बाधित रहेगी सप्लाई

ayodhya
Advertisment
Advertisment